15 Jul 2025 | सामान्य अध्ययन पेपर 3 | अर्थव्यवस्था
दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर
हल करने का दृष्टिकोण:
- IFS बनाम एकल-कृषि की संक्षिप्त तुलना के साथ उत्तर लेखन की शुरुआत कीजिये।
- IFS किस प्रकार संवहनीयता को बढ़ावा देता है और ग्रामीण आय विविधीकरण का समर्थन करता है, इस पर प्रकाश डालिये।
- SDG लक्ष्यों से संबद्ध आगे की राह बताते हुए उचित निष्कर्ष दीजिये।
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परिचय:
एक ही फसल को बड़े क्षेत्र में उगाने की प्रक्रिया को एकल कृषि (Monoculture) कहा जाता है। इससे मृदा की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है, कीटों का प्रकोप बढ़ता है और जलवायु या बाज़ार से जुड़े झटकों से आर्थिक जोखिम बढ़ जाता है। इसके विपरीत, एकीकृत कृषि प्रणाली (Integrated Farming Systems - IFS) में फसलों, पशुधन, मात्स्यिकी, उद्यान कृषि एवं कृषि वानिकी का संयोजन शामिल है, जो समुत्थानशीलता, संवहनीयता और विविध ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देती है।

मुख्य भाग:
IFS के माध्यम से संवहनीयता
- मृदा स्वास्थ्य सुधार: पशुधन और फसल अवशेषों से प्राप्त जैविक अपशिष्ट का खाद के रूप में पुन: उपयोग किया जाता है, जिससे रासायनिक निर्भरता कम होती है एवं मृदा की उर्वरता बढ़ती है।
- जलवायु अनुकूलन: एकीकृत कृषि प्रणाली (IFS) में कई घटक शामिल होते हैं, जिससे जोखिम बँट जाता है। जैसे: अगर सूखे (अनावृष्टि) के कारण फसलें नष्ट हो जायें, तो भी पूरी आय पर असर नहीं पड़ता।
- जल और ऊर्जा दक्षता: एकीकृत मात्स्यिकी-कुक्कुट पालन प्रणालियाँ एवं बायोगैस इकाइयाँ जल पुनर्चक्रण को अधिकतम करती हैं और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करती हैं।
- संसाधनों का इष्टतम उपयोग: एक घटक का अपशिष्ट (जैसे: मवेशियों का गोबर) दूसरे घटक (जैसे: बायोगैस या कम्पोस्ट) के लिये इनपुट/कच्चा माल बन जाता है।
आय विविधीकरण और ग्रामीण आजीविका
- IFS कई आय स्रोत प्रदान करता है, जिससे छोटे और सीमांत किसान किसी एक फसल या बाज़ार पर कम निर्भर होते हैं।
- ICAR के एक अध्ययन के अनुसार, तमिलनाडु में धान की कृषि को मात्स्यिकी और कुक्कुट पालन के साथ एकीकृत करने वाले एक किसान की आय में 100% से अधिक की वृद्धि देखी गई।
- मधुमक्खी पालन या मशरूम की खेती जैसी संबद्ध गतिविधियाँ महिलाओं को सशक्त बनाती हैं तथा साल भर रोज़गार का सृजन करती हैं।
सरकारी पहल
- राष्ट्रीय सतत् कृषि मिशन (NMSA) जलवायु-अनुकूल कृषि के अंतर्गत IFS को बढ़ावा देता है।
- ICAR और कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) क्षेत्र-विशिष्ट IFS मॉड्यूल एवं क्षमता निर्माण प्रदान करते हैं।
- राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) फसल, पशुपालन, मात्स्यिकी और एक्वाकल्चर/जलकृषि एकीकरण के साथ समग्र कृषि का समर्थन करती है।
- ARYA— ICAR कुक्कुट पालन, मशरूम उत्पादन और मधुमक्खी पालन जैसे एकीकृत कृषि प्रणाली (IFS)-आधारित कृषि उद्यमों में ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित करता है।
निष्कर्ष:
एकीकृत कृषि प्रणालियाँ (IFS) सतत् कृषि को बढ़ावा देती हैं, ग्रामीण आजीविका को बढ़ाती हैं और संसाधन दक्षता सुनिश्चित करती हैं। ये प्रणालियाँ कई सतत् विकास लक्ष्यों (SDG) को प्रत्यक्ष रूप से समर्थन प्रदान करती हैं, विशेष रूप से SDG1 (गरीबी उन्मूलन), SDG2 (भुखमरी से मुक्ति), SDG12 (उत्तरदायित्वपूर्ण खपत और उत्पादन) SDG13 (जलवायु-परिवर्तन कार्रवाई)। एकल कृषि से एकीकृत कृषि प्रणाली (IFS) की ओर रुख करना एक समुत्थानशील, समावेशी और संधारणीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था के निर्माण की कुंजी है।