अंतर्राष्ट्रीय संस्थान/संगठन

उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) | 18 Apr 2020 | अंतर्राष्ट्रीय संबंध

 Last Updated: July 2022 

सामान्य परिचय:

नाटो का उद्देश्य: 

नाटो की ऐतिहासिक पृष्भूमि:

नाटो के कार्य:

नाटो के अभियान और मिशन

नाटो संकट प्रबंधन, सैन्य अभियानों और मिशनों की एक विस्तृत श्रृंखला में शामिल है। नाटो वर्तमान में अफगानिस्तान, कोसोवो और भूमध्यसागर में काम कर रहा है।

North-Atlantic-Treaty-Organization

अफगानिस्तान में ‘शांति लाने के लिये एक समझौता’

नाटो को प्रतिनिधिमंडल:

उत्तरी अटलांटिक परिषद (NAC)

महासचिव

परमाणु योजना समूह

उपर्युक्त के अलावा नाटो एजेंसियां और अधीनस्थ समितियाँ भी है जो नाटो के साथ सामंजस्य बनाए रखते है।

सैन्य संगठन और संरचना 

नाटो के पास अपनी खुद की सेना बहुत कम होती है इसलिये जब किसी देश के खिलाफ मिलिट्री ऑपरेशन की बात आती है तो सदस्य देश स्वेच्छा से इस अभियान के लिये अपनी सेना भेजते हैं और जब मिशन समाप्त हो जाता है तो सेना अपने देश में दोबारा लौट जाती है स्पष्ट है कि नाटो अपने सदस्य देशों की सहायता के लिये ना केवल राजनीतिक तरीका अपनाता है बल्कि जरूरत पड़ने पर सैनिक सहयोग भी करता है।

नाटो के समक्ष सुरक्षा चुनौती :

नाटो और भारत :

संकट प्रबंधन अभ्यास -2019 संस्करण:

Crisis Management Exercise-2019(CMX-2019)

इस्तांबुल सहयोग पहल (ICI) की 15 वीं वर्षगांठ:

नया नाटो संयुक्त सहायता और सुविधा कमान (JSEC) मुख्यालय:

वैश्विक सुरक्षा": जलवायु परिवर्तन के सुरक्षा परिणाम:

नाटो के हाल के प्रयास:

नाटो का 70 वां शिखर सम्मेलन: