महत्त्वपूर्ण संस्थान/संगठन

विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) | 01 Apr 2019 | विविध

 Last Updated: July 2022 

सबसे पहले WIPO के बारे में सामान्य जानकारी ....

बौद्धिक संपदा

WIPO की सदस्यता की स्थिति

WIPO का इतिहास

WIPO के कार्य

WIPO द्वारा प्रशासित अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ और कन्वेंशन  जिनका भारत सदस्य

WIPO के  प्रकाशन

आइये, अब एक नज़र डालते हैं इस संगठन के अब तक के सफर पर...

WIPO के कार्य

अब चर्चा WIPO की सीमाओं और अपवादों की...

सीमा और अपवाद को WIPO के एजेंडे का एक मुद्दा माना जाता है, क्योंकि अधिकार धारकों और संरक्षित कार्यों का उपयोग करने वालों के हितों के बीच उचित संतुलन बनाए रखने के लिये कॉपीराइट कानून आर्थिक अधिकारों पर कुछ प्रतिबंध लगाते हैं। प्रायः ये ऐसे मामले होते हैं जिनमें संरक्षित कार्यों का उपयोग अधिकार धारकों की अनुमति के बिना और मुआवज़े का भुगतान करके या न करके किया जा सकता है। देखा यह गया है कि सीमाओं और अपवादों के संबंध में बहस मुख्य रूप से तीन समूहों के लाभार्थियों या गतिविधियों पर केंद्रित रहती है- इसमें 1. शैक्षणिक गतिविधियों 2. पुस्तकालयों और अभिलेखागारों 3. विकलांग व्यक्तियों, विशेषकर दृष्टिबाधितों को शामिल किया गया है।

चलते-चलते कुछ जानकारी बौद्धिक संपदा के बारे में...

संपत्ति की ऐसी श्रेणी बौद्धिक संपदा कहलाती है जिसमें मानव बुद्धि से निर्मित ऐसी रचनाएं शामिल होती हैं, जिन्हें छूकर महसूस नहीं किया जा सकता। इनमें मुख्य रूप से कॉपीराइट, पेटेंट और ट्रेडमार्क शामिल हैं। इनके अलावा ट्रेड सीक्रेट्स, प्रचार अधिकार, नैतिक अधिकार और अनुचित प्रतिस्पर्द्धा के खिलाफ अधिकार भी इसमें शामिल हैं।