पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी (सितंबर 2025) | 14 Aug 2025

प्रश्न 1.  भारत में नदी प्रदूषण को नियंत्रित करने में वर्तमान योजनाओं और कानूनों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन कीजिये। क्या आपको लगता है कि विकेंद्रीकरण और जनभागीदारी इस समस्या के समाधान में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है? अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दीजिये।

प्रश्न 2.  वैश्विक शिपिंग क्षेत्र में डीकार्बाेनाइज़ेशन की आवश्यकता और महत्त्व का विश्लेषण कीजिये। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में प्रमुख चुनौतियों और हरित ईंधन जैसे संभावित समाधानों पर प्रकाश डालते हुए, इस वैश्विक प्रयास में भारत की भूमिका का मूल्यांकन कीजिये।

प्रश्न 3.  ‘ग्लोबल वेटलैंड आउटलुक 2025’ के प्रमुख निष्कर्षों पर प्रकाश डालते हुए, आर्द्रभूमि क्षरण के कारणों और प्रभावों का विश्लेषण कीजिये। भारत में आर्द्रभूमि संरक्षण की स्थिति तथा इसके लिये किये गए प्रयासों की समीक्षा करते हुए, भविष्य की प्रभावी रणनीतियों का सुझाव दीजिये।

प्रश्न 4.  वैश्विक प्लास्टिक संधि में ‘न्यायोचित परिवर्तन’ की अवधारणा के महत्त्व का विश्लेषण कीजिये। अनौपचारिक अपशिष्ट श्रमिकों सहित कमज़ोर समुदायों पर प्लास्टिक प्रदूषण और इसके नियंत्रण प्रयासों के प्रभावों पर चर्चा करते हुए, इस संधि के सफल कार्यान्वयन हेतु आवश्यक उपायों का मूल्यांकन कीजिये।

प्रश्न 5.  छत्तीसगढ़ वन विभाग द्वारा सामुदायिक वन संसाधन अधिकार (CFRR) संबंधी निर्देश को वापस लेने का क्या महत्त्व है? वन अधिकार अधिनियम, 2006 के तहत CFRR के प्रावधानों और इसके प्रभावी कार्यान्वयन में आने वाली चुनौतियों की विवेचना कीजिये।

प्रश्न 6. ‘सेविला प्रतिबद्धता’ क्या है? सतत् विकास लक्ष्यों (SDGs) को प्राप्त करने में यह किस प्रकार सहायक हो सकती है, विस्तार से चर्चा कीजिये। विकासशील देशों के लिये इसके निहितार्थों का विश्लेषण कीजिये।