विश्व महिला मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप | 25 May 2022

भारतीय मुक्केबाज़ निकहत ज़रीन, इस्तांबुल में विश्व महिला मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप 2022 में 52 किग्रा. वर्ग में थाईलैंड की ओलंपियन जुतामास जितपोंग को 5-0 से हराकर विश्व खिताब जीतने वाली पाँचवीं भारतीय महिला बनीं।

  • मनीषा मौन और परवीन हुड्डा ने भी अलग-अलग वर्ग क्रमशः 57 किग्रा. तथा 63 किग्रा. में कांस्य पदक जीते।
  • भारत ने आखिरी बार यह विश्व खिताब तब जीता था जब मैरी कॉम वर्ष 2018 में दिल्ली में छठी बार चैंपियन बनी थीं।

World-Women-Boxing-Championships

भारत की उपलब्धियांँ:

  • विश्व चैंपियनशिप के 12वें संस्करण में भारत की पदक तालिका में कुल 39 पदक है, जिसमें 10 स्वर्ण, 8 रज़त और 21 कांस्य पदक शामिल हैं, इसके साथ ही रूस (60) और चीन (50) के बाद भारत तीसरे स्थान पर है।
  • विश्व खिताब जीतने वाली अन्य भारतीय महिलाओं में छह बार की चैंपियन एम.सी. मैरी कॉम (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), सरिता देवी (2006), आर.एल. जेनी (2006), तथा के.सी. लेखा (2006) हैं।

वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के बारे में:

  • विश्व मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप, इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) जो कि खेल का शासी निकाय है, द्वारा आयोजित अव्यावसायिक (Amateur) मुक्केबाज़ी प्रतियोगिता है।
    • IBA का मिशन ओलंपिक चार्टर की आवश्यकताओं और भावना के अनुरूप दुनिया भर में मुक्केबाज़ी के खेल को बढ़ावा देना, समर्थन और प्रबंधन करना है।

विगत वर्ष के प्रश्न: 

प्रश्न.  ICC विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:

  1. विजेता का निर्णय टीमों द्वारा जीते गए मैचों की संख्या के आधार पर किया गया। 
  2. न्यूज़ीलैंड इंग्लैंड से आगे था क्योंकि उसने इंग्लैंड से ज़्यादा मैच जीते थे।

उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों 
(d) न तो 1 और न ही 2

उत्तर: d

  • वर्ष 2021-2023 का ICC विश्व टेस्ट चैंपियनशिप इसका दूसरा संस्करण है। यह 4 अगस्त, 2021 को शुरू हुआ तथा 31 मार्च, 2023 को समाप्त होगा।
  • रिवैम्प्ड पॉइंट सिस्टम:
    • ICC ने वर्ष 2020 में घोषणा की थी कि फाइनल  में पहुँचने वाली टीम का फैसला उसके द्वारा पिछले मैच में अर्जित अंकों के प्रतिशत के आधार पर किया जाएगा। प्रति टेस्ट उपलब्ध अंकों को एकसमान कर दिया गया है। यह प्रणाली किसी भी समय टीमों के सापेक्ष प्रदर्शन की तुलना करने की अनुमति देती है, जिसका अर्थ है कि किसी भी कारण से किसी भी मैच या शृंखला को रद्द करना अंक तालिका को सीधे प्रभावित नहीं करता है। अतः कथन 1 सही नहीं है।
  • न्यूज़ीलैंड फाइनल के लिये अर्हता प्राप्त करने वाली पहली टीम थी। यह 22 मैच खेलकर 126 अंक अर्जित करने के कारण इंग्लैंड से आगे थी। वहीं इंग्लैंड को 35 मैच खेलकर 107 अंक ही मिले। अतः कथन 2 सही नहीं है।

अतः विकल्प (D) सही उत्तर है।

स्रोत: द हिंदू