व्हाइट लेबल एटीएम | 28 Jul 2023

भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India- RBI) ने गैर-बैंक कंपनियों को व्हाइट लेबल एटीएम (White Label ATM- WLA) स्थापित करने, स्वामित्व तथा संचालन की अनुमति देकर विशेष रूप से टियर III से VI केंद्रों में ATM पहुँच को बढ़ावा देने के लिये महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है।

  • ये WLA बैंकों द्वारा जारी किये गए कार्डों के आधार पर ग्राहकों को विभिन्न बैंकिंग सेवाएँ प्रदान करते हैं तथा RBI ने उनकी व्यवहार्यता और कार्यप्रणाली में सुधार के लिये उपाय लागू किये हैं।
  • अब तक चार अधिकृत गैर-बैंक संस्थाएँ देश में व्हाइट लेबल एटीएम का संचालन कर रही हैं।

व्हाइट लेबल एटीएम:

  • परिचय: 
    • गैर-बैंकों द्वारा स्थापित, स्वामित्व और संचालित ATM को WLA कहा जाता है।
    • गैर-बैंक ATM ऑपरेटर RBI द्वारा भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत अधिकृत हैं।
    • वे बैंकों द्वारा जारी डेबिट/क्रेडिट/प्रीपेड कार्ड का उपयोग करके ग्राहकों को बैंकिंग सेवाएँ प्रदान करते हैं।
    • नकद वितरण के अलावा WLAs खाता जानकारी, नकद जमा, बिल भुगतान, मिनी स्टेटमेंट, पिन चेंज और चेक बुक अनुरोध जैसी सेवाएँ प्रदान करते हैं।
  • WLA की उपस्थिति और व्यवहार्यता बढ़ाने के लिये कदम:
    • कैश सोर्सिंग फ्लेक्सिबिलिटी:
      • नकदी सोर्सिंग की बाधाओं को दूर करने के लिये WLA को खुदरा दुकानों से नकदी प्राप्त करने की अनुमति है।
        • विमुद्रीकरण (500 रुपए और 1000 रुपए के बैंक नोट) के पश्चात् WLA को अपने प्रायोजक बैंकों से नकदी जुटाने में कठिनाई हो रही है।
      • WLA संचालक सीधे रिज़र्व बैंक और मुद्रा तिजोरी से थोक नकदी क्रय कर सकते हैं।
      • वे सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अतिरिक्त किसी भी अनुसूचित बैंक से नकदी प्राप्त कर सकते हैं।
    • विस्तारित सेवाएँ और साझेदारी:
      • WLA को बिल भुगतान एवं अंतर-संचालित नकद जमा सेवाएँ प्रदान करने की अनुमति है।
      • वे राजस्व प्रवाह को बढ़ाने वाले गैर-वित्तीय उत्पादों/सेवाओं हेतु विज्ञापन प्रदर्शित कर सकते हैं।
      • बैंक अधिकृत WLA संचालकों के साथ साझेदारी में सह-ब्रांडेड एटीएम कार्ड जारी कर सकते हैं।
      • इससे WLA को 'ऑन-अस (on-us)' लेन-देन की सुविधा मिलती है, जिससे ग्राहकों में उनका आकर्षण बढ़ता है।
    • सदा-सुलभ प्राधिकार: 
      • RBI ने गैर-बैंक अभिकर्ताओं को एटीएम उद्योग के प्रति अधिक प्रोत्साहित करने के लिये WLA के सदा-सुलभ (ऑन-टैप) प्राधिकरण की शुरुआत की।
      • यह सुव्यवस्थित अनुमोदन प्रक्रिया WLA की स्थापना को सरल बनाता है एवं अधिक प्रतिस्पर्द्धा को भी बढ़ावा देता है।
    • एटीएम पहुँच बढ़ाने पर केंद्रित:
      • अल्प सेवा वाले क्षेत्रों में बैंकिंग पहुँच में सुधार हेतु टियर III से VI केंद्रों में एटीएम पहुँच बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
      • WLA व्यापक ग्राहक आधार को सुविधाजनक बैंकिंग सेवाएँ प्रदान करके इस उद्देश्य को प्राप्त करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
    • उपभोक्ता शिकायतों और संरक्षण को सुविधाजनक बनाना:
      • RBI का उपभोक्ता शिक्षा एवं संरक्षण विभाग WLA के विरुद्ध शिकायतों का समाधान करता है।
        • अप्रैल 2022 से जून 2023 तक RBI के उपभोक्ता शिक्षा और संरक्षण सेल (Consumer Education and Protection Cells- CEPC) द्वारा 98 शिकायतें प्राप्त हुईं और उनका निपटारा किया गया।
      • RBI ने शिक्षा और वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने के लिये कई कदम उठाए हैं, जिनमें से एक पहल वित्तीय शिक्षा हेतु राष्ट्रीय रणनीति (NSFE) 2020-2025 है। 

ATM के विभिन्न प्रकार:

ATM के प्रकार  

विवरण 

  • ब्राउन लेबल ATM  
  • ATM जहाँ हार्डवेयर और मशीन का पट्टा (Lease) एक सेवा प्रदाता के स्वामित्व में होता है, लेकिन नकदी प्रबंधन एवं बैंकिंग नेटवर्क से कनेक्टिविटी एक प्रायोजक बैंक द्वारा प्रदान की जाती है।
  • उनके पास बैंक की ब्रांडिंग है।  
  • ऑरेंज लेबल ATM  
  • शेयर लेन-देन के लिये ATM उपलब्ध कराए गए। 
  • इनका उपयोग मुख्य रूप से निवेशकों और व्यापारियों द्वारा स्टॉक एवं प्रतिभूतियों को खरीदने तथा बेचने के लिये किया जाता है। 
  • येलो लेबल ATM  
  • ATM ई-कॉमर्स के उद्देश्य से स्थापित किये गए हैं।  
  • इनका उपयोग मुख्य रूप से ऑनलाइन शॉपर्स और व्यापारियों द्वारा भुगतान एवं खरीदारी करने के लिये किया जाता है।  
  • पिंक लेबल ATM  
  • ATM की निगरानी गार्ड द्वारा की जाती है जो यह सुनिश्चित करते हैं कि केवल महिलाएँ ही इन ATM तक पहुँचें। इन्हें महिला ग्राहकों को सुरक्षा और सुविधा प्रदान करने हेतु स्थापित किया गया है।
  • ग्रीन लेबल ATM   
  • कृषि लेन-देन के लिये ATM उपलब्ध कराए जाते हैं।   
  • इनका उपयोग मुख्य रूप से किसानों और ग्रामीण ग्राहकों द्वारा विभिन्न बैंकिंग आवश्यकताओं के लिये किया जाता है।   

स्रोत: पी.आई.बी.