उन्नत भारत अभियान | 09 Jun 2025
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
शिक्षा मंत्रालय के उन्नत भारत अभियान (UBA) ने एक दशक पूरा कर लिया है, जो ग्रामीण विकास में उच्च शिक्षा की भूमिका को नए सिरे से परिभाषित करता है।
- उन्नत भारत अभियान: उन्नत भारत अभियान (2014) का उद्देश्य सतत् और समावेशी प्रथाओं के माध्यम से स्थानीय विकास चुनौतियों को हल करने के लिये उच्च शिक्षण संस्थानों (HEI) के संसाधनों का लाभ उठाकर ग्रामीण भारत में परिवर्तनकारी बदलाव लाना है।
- आवश्यकता: उन्नत भारत अभियान महत्त्वपूर्ण है क्योंकि भारत की 70% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है जिसमे 54-55% कार्यबल कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में लगे हुए हैं, वे राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में केवल 15-18% का योगदान देते हैं, जो व्यापक ग्रामीण विकास की तत्काल आवश्यकता को दर्शाता है।
- कार्यान्वयन और पहुँच: IIT दिल्ली एक राष्ट्रीय समन्वय संस्थान है जो उन्नत भारत अभियान की देख-रेख करता है, जिसके 4,000 से अधिक संस्थान 35 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 19,000 से अधिक गाँवों के साथ कार्य कर रहे हैं।
- प्रमुख फोकस क्षेत्र: जैविक कृषि, जल और ऊर्जा प्रणाली, स्वास्थ्य देखभाल तथा स्वच्छता, ग्रामीण शिल्प एवं आवास, ई-गवर्नेंस व बुनियादी सुविधाएँ।
- ग्राम अध्ययन (सहभागी शिक्षा) UBA का केंद्रीय तत्त्व है, जो समाधानों को टॉप डाउन के बजाय बॉटम उप नियोजन को बढ़ावा देता है।
- उल्लेखनीय सफलता:
- IIT दिल्ली की लेमनग्रास की खेती और तेल निष्कर्षण इकाई ने फसल के दौरान किसानों की आय 8,000-10,000 रुपए प्रति माह बढ़ा दी है।
- NIT मणिपुर का वाटर प्यूरीफायर 2,000 से अधिक ग्रामीणों को स्वच्छ जल प्रदान करता है।
- UBA 2.0 (2018) एक चैलेंज मोड पर आधारित है, जिसके तहत सभी उच्च शिक्षण संस्थानों (HEIs) को स्वेच्छा से कम-से-कम 5 गाँवों को गोद लेने की आवश्यकता होती है। यह UBA 1.0 (इनविटेशन मोड) से अलग है, जहाँ संस्थानों को भाग लेने के लिये आमंत्रित किया जाता था।
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