जम्मू और कश्मीर में देखा गया ट्रीश्रू | 02 Jul 2022

वैज्ञानिकों ने जम्मू और कश्मीर के रामनगर से स्तनपाइयों के एक नए वंश (जीनस) और प्रजाति से संबंधित गिलहरी (ट्रीश्रू) जैसे एक छोटे स्तनपायी के जीवाश्म देखे हैं।    

Treeshrew

ट्रीश्रू से संबंधित प्रमुख बिंदु: 

  • परिचय: 
    • यह ट्रीश्रू वर्तमान काल में शिवालिक पर्वतश्रेणी में जीवाश्म ट्यूपाइड्स के उन सबसे पुराने अभिलेखों का प्रतिनिधित्व करता है, जो इस क्षेत्र में अपनी समय-सीमा को 25-40 लाख  वर्ष तक पहुंँचा देता  है। 
      • Tupaiids पूर्वी भारतीय और एशियाटिक परिवार की कई प्रजातियों को संदर्भित करता है, Tupaiids परिवार कुछ हद तक आकार और वृक्ष-संबंधी आदतों में गिलहरी जैसे होते है। इनकी नाक लंबी व नुकीली होती है। 
    • ट्रीश्रू  के जीवाश्म रिकॉर्ड के बहुत ही दुर्लभ तत्त्व हैं और पूरे नूतनजीवी (सेनोज़ोइक) युग में केवल कुछ प्रजातियों को ही जाना जाता है। 
      • सेनोज़ोइक युग का अर्थ है, आज या ‘आधुनिक जीवन’ से  66 मिलियन वर्ष पूर्व। 
      • इस युग के पौधे और जानवर वर्तमान पृथ्वी के पौधे और जानवर के समान दिखते हैं। 
      • सेनोज़ोइक युग की अवधियों को और भी छोटे भागों में विभाजित किया जाता है जिन्हें युग के रूप में जाना जाता है। 
    • आहार संबंधी विश्लेषणों से पता चलता है कि अन्य मौजूदा और जीवाश्म ट्यूपाइड्स (Tupaiids) की तुलना में नए ट्यूपाइड्स संभवतः शारीरिक रूप से कम चुनौतीपूर्ण या अधिक फल खाने वाले आहार के लिये अनुकूलित थे। 
      • आहार विश्लेषण एक पोषण मूल्यांकन है जो तकनीशियनों को किसी व्यक्ति द्वारा उपभोग किये गए भोजन के स्वरूप, मात्रा और पोषण गुणवत्ता का विश्लेषण करने की अनुमति देता है। 
  • खोज का महत्त्व: 
    • रामनगर इलाके के लिये वर्तमान संग्रह में संवेदनशील दंत विशेषताओं और प्रजातियों के काल की पहचान 12.7-11.6 मिलियन वर्ष के बीच अधिक सटीक आयु अनुमान प्रदान करने में मदद करती है। 
  • शिवालिक तलछट: 
    • शिवालिक एक मोटी तलछटी अनुक्रम है जो सबसे छोटी पर्वत बेल्ट बनाती है, यह हिमालय की तलहटी के पूर्व-पश्चिम में फैली हुई है। 
    • शिवालिक मध्य मियोसीन युग से प्लेस्टोसीन तक के कई स्तनधारी समूहों के विकास का दस्तावेजीकरण करता है जिसमें गिलहरी (Treeshrews), हेजहोग और अन्य छोटे स्तनधारी शामिल हैं। 

मियोसीन युग 

  • मियोसीन युग 23.03 से 5.3 मिलियन वर्ष पूर्व की अवधि है। उस समय वैश्विक जलवायु भी गर्म थी। 
  • यह उल्लेखनीय है कि दो प्रमुख पारिस्थितिक तंत्रों (केवल वन और घास के मैदान) का उद्भव पहले हुआ। 
  •  घास के मैदानों का विस्तार महाद्वीपी के अंदरूनी हिस्सों के सूखने से संबंधित है क्योंकि वैश्विक जलवायु पहले गर्म होती है और फिर ठंडी हो जाती है। 
  • महत्त्वपूर्ण मियोसीन युग का घनत्व उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, दक्षिणी यूरोप, भारत, मंगोलिया, पूर्वी अफ्रीका तथा पाकिस्तान में पाया जाता है। 

प्लेस्टोसीन (हिम युग) 

  • यह भूवैज्ञानिक युग है जो लगभग 2,580,000 से 11,700 साल पहले तक चला तथा यह पृथ्वी पर शुरुआती हिमनदों का समय था। 
  • यह प्लेस्टोसीन युग का समय था जिसमें वैश्विक शीतलन या हिम युग की सबसे नूतन घटनाएँ घटित हुईं।