AMR उपचार के लिये थर्मोफिलिक बैक्टीरिया | 06 Jun 2025
स्रोत: द हिंदू
थर्मोफिलिक बैक्टीरिया, जो राजगीर (बिहार) हॉट स्प्रिंग्स के चरम तापमान वाले वातावरण में पनपते हैं, एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी बैक्टीरिया के खिलाफ एंटीबायोटिक्स के स्रोत के रूप में महत्त्वपूर्ण संभावना रखते हैं। साथ ही, इनके औद्योगिक एवं कृषि संबंधी अनुप्रयोग भी व्यापक हैं।
- अध्ययन के बारे में: राजगीर में, एक्टिनोबैक्टीरिया, जो स्ट्रेप्टोमाइसिन और टेट्रासाइक्लिन जैसे एंटीमाइक्रोबियल के उत्पादक होते हैं। गर्म जल स्रोतों में पाए जाने वाले जीवाणुओं में 40-43% एक्टिनोबैक्टीरिया पाए जाते है।
- एक्टिनोमाइसीटेल्स जीवाणु से निकाले गए डायथाइल फ्थालेट ने खाद्यजनित खतरनाक रोगाणु लिस्टेरिया मोनोसाइटोजेन्स के विरुद्ध प्रभावी रोधक क्षमता (inhibition) दिखाई है, यह खोज खाद्य सुरक्षा और नए एंटीमाइक्रोबियल यौगिकों के विकास में महत्त्वपूर्ण है।
- राजगीर हॉट स्प्रिंग्स के सूक्ष्मजीव विविधता का विश्लेषण 16S rRNA मेटाजेनोमिक्स तकनीक से किया गया, जिसमें विशेष रूप से प्रतिजैविक (एंटीबायोटिक) उत्पादक जीवाणुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- मेटाजीनोमिक्स पर्यावरणीय नमूनों (जैसे- हवा, मिट्टी, पानी, आँतों के सूक्ष्मजीव समुदाय) से सीधे प्राप्त आनुवंशिक सामग्री ( DNA/RNA) का अध्ययन है, जिसमें प्रयोगशाला में व्यक्तिगत जीवों को संवर्द्धित करने की आवश्यकता नहीं होती है।
- अध्ययन का महत्त्व: शक्तिशाली जीवाणुरोधी यौगिकों का निष्कर्षण रोगाणुरोधी प्रतिरोध (AMR) से निपटने के लिये महत्त्वपूर्ण है, जो एंटीबायोटिक के अत्यधिक उपयोग से फैलने वाली एक मूक महामारी है।
- AMR ने स्वास्थ्य देखभाल की लागत बढ़ा दी है, जिसके कारण प्रायः प्रत्येक संक्रमण हेतु अनेक एंटीबायोटिक दवाओं की आवश्यकता होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि वर्ष 2050 तक वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल लागत 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच जाएगी।
- थर्मोफिलिक बैक्टीरिया के बारे में: थर्मोफिलिक बैक्टीरिया हॉट स्प्रिंग्स, डीप सी वेंट और कंपोस्ट पिल्स के ढेरों में निवास करते हैं तथा खनिज समृद्ध, लो-कॉम्पिटिशन निचे का दोहन करते हैं।
- सऊदी अरब में पाए जाने वाले थर्मोफिलिक जीवाणु ग्राम-पॉजिटिव रोगजनक बैक्टीरिया (जैसे- स्टैफिलोकोकस ऑरियस, स्ट्रेप्टोकोकस) के खिलाफ प्रभावी एंटीबायोटिक्स उत्पन्न करते हैं।
- अनुप्रयोग: PCR परीक्षण एंज़ाइम (कोविड-19 के लिये उपयोग किया जाता है) तथा लेह के हॉट स्प्रिंग से प्राप्त जीवाणु संयोजन पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देता है।
और पढ़ें: मेटाजीनोमिक्स