होर्मुज जलडमरूमध्य | 17 Nov 2025

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

चर्चा में क्यों?

ईरान ने मार्शल द्वीप समूह का झंडा फहरा रहे एक तेल टैंकर को होर्मुज जलडमरूमध्य से गुजरते समय अधिकृत कर लिया और उसे ईरानी जलक्षेत्र में भेज दिया गया।

  • इस घटना ने विश्व के सबसे रणनीतिक ऊर्जा अवरोधों में से एक में समुद्री सुरक्षा को लेकर चिंताएँ बढ़ा दी हैं। 

होर्मुज जलडमरूमध्य से संबंधित प्रमुख तथ्य क्या हैं?

  • रणनीतिक स्थान: यह ईरान और अरब प्रायद्वीप के बीच एक संकीर्ण समुद्री अवरोध बिंदु (चोकपॉइंट-55-95 किमी चौड़ा) है, जो फारस की खाड़ी को ओमान की खाड़ी तथा अरब सागर (फारस की खाड़ी से खुले महासागर तक एकमात्र समुद्री मार्ग) से जोड़ता है।
    • यह फारस की खाड़ी के देशों से तेल और तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) के वैश्विक शिपमेंट के लिये एक महत्त्वपूर्ण गलियारे के रूप में कार्य करता है।
  • ऊर्जा महत्त्व: यह वैश्विक तेल संचलन के लिये एक महत्त्वपूर्ण धमनी है, जो विश्व की कुल तेल आपूर्ति का 20% वहन करती है।
    • सऊदी अरब, ईरान, इराक, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात और कतर जैसे प्रमुख निर्यातक इस मार्ग पर निर्भर हैं तथा 80% से अधिक तेल एशियाई बाज़ारों, विशेष रूप से भारत, चीन, जापान और दक्षिण कोरिया की ओर जाता है।
  • भारत की निर्भरता: भारत का लगभग 40% कच्चा तेल आयात और लगभग 54% LNG आयात इस रणनीतिक मार्ग से होकर गुजरता है, जो भारत की ऊर्जा सुरक्षा में इसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।
  • पिछले भू-राजनीतिक फ्लैशपॉइंट: इसकी संकीर्ण चौड़ाई (लगभग 21 मील) इसे नाकाबंदी या व्यवधानों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील बनाती है और पिछली घटनाओं - जैसे कि वर्ष 2019 के टैंकर हमले और अमेरिका-ईरान तनाव से स्पष्ट है कि क्षेत्रीय मुद्दे कितनी जल्दी वैश्विक तेल की कीमतों में उछाल ला सकते हैं।
    • हालाँकि, होर्मुज जलडमरूमध्य को पूरी तरह से बंद नहीं किया गया है, यद्यपि इस क्षेत्र में बड़े व्यवधान उत्पन्न हुए हैं।
  • सामरिक बाईपास मार्ग: सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जलडमरूमध्य को बाईपास करने वाली पाइपलाइनों का संचालन करते हैं, जबकि ईरान ओमान की खाड़ी में सीधे तेल भेजने के लिये गोरेह-जस्क पाइपलाइन और जस्क टर्मिनल पर निर्भर है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. होर्मुज जलडमरूमध्य क्या है?

यह जलडमरूमध्य फारस की खाड़ी को ओमान की खाड़ी से जोड़ता है और वैश्विक तेल का 20-25% वहन करता है, जिससे यह वैश्विक ऊर्जा प्रवाह और समुद्री व्यापार के लिये महत्त्वपूर्ण बन जाता है।

2. भारत होर्मुज जलडमरूमध्य के माध्यम से होने वाले शिपमेंट पर कितना निर्भर है?

भारत का लगभग 40% कच्चे तेल का आयात और लगभग 54% LNG आयात इसी जलडमरूमध्य से होकर गुजरता है, जो भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिये इसके महत्त्व को रेखांकित करता है।

3. किन देशों का निर्यात मुख्यतः होर्मुज जलडमरूमध्य से होकर गुजरता है?

जलडमरूमध्य का उपयोग करने वाले प्रमुख निर्यातकों में सऊदी अरब, ईरान, इराक, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात एवं कतर शामिल हैं तथा इस तेल का 80% से अधिक हिस्सा एशियाई बाज़ारों में जाता है।

UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQs)

प्रश्न. निम्नलिखित में से किसके द्वारा भारत एवं पूर्वी एशिया के बीच नौ संचालन समय (नेविगेशन टाइम) और दूरी अत्यधिक कम किये जा सकते हैं? (2011)

  1. मलेशिया और इंडोनेशिया के बीच मलक्का जलडमरूमध्य को गहरा करना।  
  2. सियाम खाड़ी और अंडमान सागर के बीच क्रा इस्थमस पर एक नई नहर खोलना।

ऊपर दिये गए कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (b)


प्रश्न: यदि कोई व्यक्ति मलक्का जलडमरूमध्य से होकर यात्रा करता है तो उसे निम्नलिखित में से कौन-सा एक मिल सकता है? (2010)

(a) बाली 
(b) ब्रुनेई
(c) जावा 
(d) सिंगापुर

उत्तर: (d)