भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क | 15 Jul 2025
स्रोत: द हिंदू
भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (Software Technology Parks of India- STPI) टियर 2 और 3 शहरों पर ध्यान केंद्रित करते हुए समावेशी आईटी विकास को बढ़ावा देने के लिए पारंपरिक मेट्रो केंद्रों से आगे विस्तार कर रहा है।
- इसका उद्देश्य राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर उत्पाद नीति (National Policy on Software Product- NPSP) 2019 के तहत भारत के सबसे बड़े तकनीकी स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिये सॉफ्टवेयर, व्यवसाय प्रक्रिया प्रबंधन और उत्पाद नवाचार में उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करना है।
- STPI: वर्ष 1991 में स्थापित, STPI एक स्वायत्त सोसायटी है जो सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत पंजीकृत है।
- इसकी स्थापना तत्कालीन इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग (अब इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय) के तहत सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (STP) और इलेक्ट्रॉनिक्स हार्डवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (EHTP) योजनाओं को लागू करने के लिये की गई थी।
- यह उच्च गति डेटा संचार, इनक्यूबेशन सुविधाएँ प्रदान करता है, तथा उद्यमिता केंद्र (Centres of Entrepreneurship- CoE) और नेक्स्ट जनरेशन इनक्यूबेशन स्कीम (Next Generation Incubation Scheme- NGIS) जैसी पहलों के माध्यम से पूरे भारत में स्टार्ट-अप्स को समर्थन प्रदान करता है।
- उपलब्धियाँ: वर्तमान में 67 केंद्रों का संचालन कर रहे STPI ने छोटे शहरों में स्टार्टअप्स और MSME को समर्थन देने के लिये 17 लाख वर्ग फुट का इनक्यूबेशन स्पेस बनाया है, जिनमें से 59 गैर-मेट्रो स्थानों पर हैं।
- वित्त वर्ष 2024-25 में भारत के कुल 200 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के सॉफ्टवेयर निर्यात में STPI-पंजीकृत इकाइयों का योगदान 110 अरब अमेरिकी डॉलर का था। लगभग 90 अरब अमेरिकी डॉलर विशेष आर्थिक क्षेत्र-आधारित कंपनियों से आए।
- STPI ने उत्पाद क्षेत्र में स्टार्ट-अप संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिये देश भर में 24 CoE बनाए हैं।
- वर्ष 2023 से STPI ने 1,500 स्टार्टअप, 800 बौद्धिक संपदा अधिकार (IPRs) और 2,000 से अधिक उत्पाद नवाचारों का समर्थन किया है।