Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 16 अक्तूबर , 2020 | 16 Oct 2020

राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड

राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के 36वें स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि NSG भारत के सुरक्षा तंत्र में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वर्ष 1984 के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एक संघीय आकस्मिक बल (Federal Contingency Force) गठित करने का निर्णय लिया, जिसमें सभी प्रकार के आतंकवाद से निपटने के लिये आधुनिक तकनीक से सुसज्जित और प्रशिक्षित कर्मियों को शामिल किया गया। यह गृह मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है। सामान्यतः इनको ब्लैक कैट (Black Cats) के नाम से जाना जाता है। चूँकि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) में अत्यधिक प्रशिक्षित कर्मियों को शामिल किया जाता है, अतः इसका उपयोग भी विशेष परिस्थितियों में ही किया जाता है। आंतरिक सुरक्षा को स्थिर रखने में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) की भूमिका काफी प्रमुख है। असाधारण स्थितियों में विशेष आतंकवाद निरोधक बल के रूप में इनकी तैनाती की जाती है और आतंकवाद के विरुद्ध भारत की ज़ीरो टॉलरेंस (Zero Tolerance) की नीति में NSG की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। NSG में भर्ती भारत के केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों और भारतीय सशस्त्र बलों से की जाती है।

न्यू शेपर्ड राॅकेट सिस्टम 

अमेरिकी कंपनी ब्लू ओरिजिन द्वारा विकसित न्यू शेपर्ड राॅकेट सिस्टम ने हाल ही में अपना 7वाँ परीक्षण पूरा कर लिया है। न्यू शेपर्ड राॅकेट सिस्टम का नाम अंतरिक्ष में जाने वाले पहले अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री एलन शेफर्ड (Alan Shephard) के नाम पर रखा गया है। इस तकनीक के माध्यम से आम यात्रियों और अनुसंधानकर्त्ताओं को पृथ्वी से तकरीबन 100 किमी. (62 मील) ऊपर ले जाया जाएगा, जिससे उन्हें माइक्रोग्रैविटी (Microgravity) का अनुभव हो सकेगा। ध्यातव्य है कि ब्लू ओरिजिन कंपनी द्वारा विकसित न्यू शेपर्ड बूस्टर अंतरिक्ष से लौटने के पश्चात् पृथ्वी की सतह पर लंबवत (Vertically) रूप से लैंड कर सकता है। यह सिस्टम अमेरिका की ब्लू ओरिजिन कंपनी द्वारा विकसित किया गया है, जिसकी स्थापना अमेज़न के संस्थापक जेफ बेज़ोस (Jeff Bezos) ने की है। उल्लेखनीय है कि नासा अपने आर्टेमिस कार्यक्रम (Artemis Program) के माध्यम से वर्ष 2024 तक मनुष्य (एक महिला और एक पुरुष) को चंद्रमा पर भेजना चाहता है। इस मिशन का लक्ष्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अंतरिक्ष यात्रियों को उतारना है। इन मिशन की सफलता में न्यू शेपर्ड राॅकेट सिस्टम काफी महत्त्वपूर्ण हो सकता है।

खाद्य और कृषि संगठन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के 75वें स्‍थापना दिवस के अवसर पर 75 रुपए के मूल्‍य का एक स्‍मारक सिक्‍का जारी किया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह स्‍मारक सिक्‍का कुपोषण को कम करने में खाद्य और कृषि संगठन की आधारभूत भूमिका के प्रति भारत की 130 करोड़ जनता की ओर से सम्‍मान का प्रतीक है। ध्यातव्य है कि प्रत्येक वर्ष वैश्विक स्तर पर खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के स्थापना दिवस को चिह्नित करने के लिये 16 अक्तूबर को विश्व खाद्य दिवस (World Food Day) के रूप में मनाया जाता है। खाद्य और कृषि संगठन (FAO) संयुक्त राष्ट्र संघ की सबसे बड़ी विशेषज्ञता प्राप्त एजेंसियों में से एक है जिसकी स्‍थापना वर्ष 1945 में कृषि उत्‍पादकता और ग्रामीण आबादी के जीवन निर्वाह की स्‍थिति में सुधार करते हुए पोषण तथा जीवन स्‍तर को उन्नत बनाने के उद्देश्य के साथ की गई थी। खाद्य और कृषि संगठन का मुख्यालय रोम, इटली में स्थित है।

भानु अथैया

भारत की पहली ऑस्कर विजेता और कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर भानु अथैया (Bhanu Athaiya) का 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। भानु अथैया का जन्म 28 अप्रैल, 1929 को कोल्हापुर में हुआ था। कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर के तौर पर उन्होंने अपने 60 वर्ष के लंबे कॅरियर में 100 से अधिक फिल्मों में काम किया, जिसमें श्री 420, गाइड, अग्निपथ, वक्त और लगान जैसी बेहतरीन फिल्में शामिल हैं। भानु अथैया ने वर्ष 1953 में अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत शहंशाह फिल्म के साथ की थी, जिसमें उन्होंने कामिनी कौशल के लिये कॉस्ट्यूम डिज़ाइन किया था। भानु अथैया को वर्ष 1982 में आई फिल्मी ‘गांधी’ के लिये ब्रिटिश कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर जॉन मोलो के साथ संयुक्त तौर पर ऑस्कर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसी के साथ वे ऑस्कर से सम्मानित होने वाली पहली भारतीय बन गई थीं।