Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 04 नवंबर, 2020 | 04 Nov 2020

ड्यूआर्टे पचेको

पुर्तगाल के संसद ड्यूआर्टे पचेको (Duarte Pacheco) को तीन वर्ष के कार्यकाल के लिये अंतर-संसदीय संघ (Inter-Parliamentary Union-IPU) का नया अध्यक्ष चुना गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ड्यूआर्टे पचेको को उनके चुनाव के लिये बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि वे अंतर-संसदीय संघ (IPU) में कानून के शासन, आम सहमति निर्माण और बहुपक्षवाद को मज़बूत करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे। अंतर-संसदीय संघ (IPU) अलग-अलग देशों की संसदों का एक वैश्विक संगठन है, जिसकी शुरुआत वर्ष 1889 में सांसदों के एक छोटे समूह के रूप में हुई थी और वर्तमान में यह अलग-अलग देशों की संसदों के एक वैश्विक संगठन के रूप में विकसित हुआ है। वर्तमान में कुल 179 देशों की संसद इस संगठन में सदस्य के रूप में शामिल हैं, जिसमें भारत, चीन तथा इंडोनेशिया जैसे बड़े देश और सैन मारिनो तथा पलाउ जैसे छोटे देश भी शामिल हैं। इसके अलावा इस संगठन में 13 एसोसिएट सदस्य भी हैं, जिसमें अधिकतर देशों के समूहों, या इसी तरह के निकाय जैसे- अरब संसद और यूरोपीय संसद आदि शामिल हैं। इस संगठन का उद्देश्य एक ऐसे विश्व का निर्माण करना है जहाँ लोकतंत्र और संसद द्वारा शांति तथा विकास के लिये लोगों की सेवा की जाए। 

पन्‍ना टाइगर रिज़र्व 

मध्‍यप्रदेश स्थित पन्‍ना टाइगर रिज़र्व (PTR) को यूनेस्‍को (UNESCO) ने अपनी ‘वर्ल्ड नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर रिज़र्व’ की सूची में शामिल किया है। वर्तमान में यूनेस्‍को की इस सूची में 129 देशों के 714 बायोस्फीयर रिज़र्व शामिल हैं। मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में विंध्य पर्वत शृंखलाओं में पन्ना और छतरपुर ज़िलों में फैला हुआ पन्‍ना टाइगर रिज़र्व, भारत का 22वाँ और और मध्यप्रदेश का 5वाँ बाघ अभयारण्य है। पन्ना राष्ट्रीय उद्यान वर्ष 1981 में बनाया गया था। पन्‍ना टाइगर रिज़र्व (PTR) में वर्ष 1975 में बनाए गए पूर्ववर्ती गंगऊ वन्यजीव अभयारण्य का क्षेत्र भी शामिल है। पन्ना टाइगर रिज़र्व में व्यापक खुले वुडलैंड्स के साथ-साथ सूखी और छोटी घास पाई जाती है। यहाँ पठारों की सूखी खड़ी ढलानों पर बबूल के वृक्ष बहुतायत में पाए जाते हैं। भारत के केंद्र में स्थित पन्ना ज़िले को मुख्यतः वनों और दलदली वनस्पतियों के लिये जाना जाता है, जिनमें दुर्लभ औषधीय पौधों के साथ-साथ कत्था, गोंद और राल जैसे वन उत्पादों की बहुतायत है।

प्रियंका राधाकृष्णन

भारतीय मूल की प्रियांक राधाकृष्णन (Priyanca Radhakrishnan) ने न्यूज़ीलैंड में मंत्री पद की शपथ ली है। 41 वर्ष की प्रियंका राधाकृष्णन का जन्म चेन्नई में और पालन पोषण सिंगापुर में हुआ था। प्रियंका राधाकृष्णन के दादा कोच्चि में एक चिकित्सा पेशेवर और कम्युनिस्ट पार्टी के समर्थक थे, जिन्होंने केरल के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद वे उच्च शिक्षा के लिये न्यूज़ीलैंड गईं और वर्ष 2004 से लेबर पार्टी के साथ सक्रिय राजनीति में हैं। प्रियंका राधाकृष्णन दो बार ऑकलैंड से सांसद रह चुकी हैं। उन्होंने अपने संपूर्ण राजनीतिक जीवन में घरेलू हिंसा का सामना कर रही महिलाओं और शोषण के प्रति संवेदनशील प्रवासी मज़दूरों के प्रति आवाज़ बुलंद की है।

‘प्लास्टिक लाओ, मास्क ले जाओ’ पहल

देहरादून नगर निगम ने कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने और प्लास्टिक कचरे से निपटने के लिये एक नई पहल शुरू की है। ‘प्लास्टिक लाओ, मास्क ले जाओ’ पहल के तहत देहरादून नगर निगम द्वारा अब तक प्लास्टिक कचरे के बदले में कुल 5000 मास्क वितरित किये गए हैं। इस पहल से लोगों में प्लास्टिक कचरे के विरुद्ध जागरूकता बढ़ेगी और लोगों को मास्क के उपयोग हेतु भी जागरूक किया जा सकेगा। इस पहल के तहत देहरादून नगर निगम के कार्यालय के बाहर एक स्टॉल स्थापित किया है जहाँ से प्लास्टिक के कचरे के बदले मास्क प्राप्त किया जा सकता है। भविष्य में इस प्रकार के स्टॉल देहरादून के अन्य स्थानों पर भी स्थापित किये जाएंगे।