प्रीलिम्स फैक्ट्स: 29- 07- 2019 | 29 Jul 2019

UP इन्वेस्टर्स समिट

UP Investors Summit

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लखनऊ में यूपी इन्वेस्टर्स समिट (UP Investors Summit) के दूसरे ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (Ground Breaking Ceremony) का उद्घाटन किया।

UP Investor

  • इस योजना के दौरान 65 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक की 250 परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई।
  • इस समिट का उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा सुशासन का एक मॉडल स्थापित करके ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस की सुविधा के लिये सक्रिय प्रयास करना है।
  • यूपी इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे ग्राउंड के तहत देश के प्रत्येक नागरिक को शामिल करते हुए दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में देश को शामिल करने हेतु 'ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया' के दृष्टिकोण के लिये प्रयास किये गए हैं।
  • उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष ही यूपी इन्वेस्टर्स के पहले समिट का आयोजन किया गया था।
  • पहले UP इन्वेस्टर्स समिट के दौरान विभिन्न सुधार कानूनों जैसे GST- वन नेशन, वन टैक्स का सरलीकरण, ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रैंकिंग पर राज्यों के बीच प्रतिस्पर्द्धा आदि ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में योगदान दिया तथा FDI में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
  • उत्तर प्रदेश में पिछले दो वर्षों के भीतर कानून और व्यवस्था की स्थिति में अभूतपूर्व सुधार हुआ है जो कि निवेश को आकर्षित करने और राज्य में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिये महत्त्वपूर्ण है।
  • जिस तरह से UP में कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सामाजिक सुधार के विभिन्न पहलुओं पर काम हो रहा है, उसे देखते हुए आने वाले पाँच वर्षों में UP भारत में राज्यों के बीच व्यापार रैंकिंग तथा सामाजिक-आर्थिक विकास के क्षेत्र में आसानी से शीर्ष स्थान प्राप्त कर लेगा।

माउंट एटना

Mount Etna

हाल ही में इटली के सक्रिय ज्वालामुखी माउंट एटना (Mount Etna) से लावा और धुआँ निकलने के कारण वहाँ का जन-जीवन प्रभावित हुआ।

Mount Etna

  • ज्वालामुखी के उद्गार से करीब 15 किलोमीटर तक लावा फैल गया।
  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जियोफिजिक्स एंड वलकैनोलॉजी के अनुसार, जून के प्रारंभ में भी यह सक्रिय हुआ था।
  • इससे पहले दिसंबर 2012 में भी इस ज्वालामुखी से लावा निकलने की जानकारी प्राप्त हुई थी।
  • माउंट एटना (Mount Etna) यूरोप का सबसे ऊँचा और सक्रिय ज्वालामुखी है।
  • यह इटली में सिसली के पूर्वी तट पर स्थित है और इटली का सबसे ऊँचा पर्वत है।
  • संयुक्त राष्ट्र ने माउंट एटना को डिकेड वोल्केनो का खिताब दिया है।
  • संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल की सूची में भी शामिल किया है।
  • यह ज्वालामुखी लगभग 3326 मीटर ऊँचा है।
  • यह अफ्रीकन प्लेट और यूरेशियन प्लेट की सीमा पर स्थित है।

पीपुल्स चॉइस अवार्ड 2019

People’s choice awards 2019

जाने-माने भारतीय सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक को अमेरिका के प्रतिष्ठित 'सैंड स्कल्पटिंग फेस्टिवल' 2019 (Sand Sculpting Festival 2019) में 'पीपुल्स चॉइस अवार्ड' 2019 (People’s Choice Awards 2019) से सम्मानित किया गया।

Sudarshan Patanayak

  • रेत पर उकेरी गई आकृति में इन्होंने समुद्रों में होने वाले प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने का एक संदेश दिया था।
  • इस तस्वीर में प्लास्टिक में उलझे कछुए और मछली के पेट के अंदर प्लास्टिक की बोतल आदि को रेखांकित किया गया, जो कि प्लॉस्टिक प्रदूषण की एक बानगी है।
  • मैसाचुसेट्स के बोस्टन में 'रिवर बीच' पर आयोजित इस प्रतियोगिता में पटनायक के अलावा विश्व के 15 टॉप सैंड आर्टिस्टों ने भाग लिया था।

क्यूबा की क्रांति

Cuba's Revolution

हाल ही में क्यूबाई क्रांति (जिसे फिदेल कास्त्रो और अर्नेस्टो चे’ ग्वेरा ने अंजाम दिया था) के 60 वर्ष पूरे होने के अवसर पर नई दिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि क्यूबा के महान क्रांतिकारी चे ग्वेरा की बेटी अलाइदा ग्वेरा (Aleida Guevara) थी।

  • 1950 के दशक में क्यूबा का नेतृत्व फुलगेनसियो बतिस्ता (Fulgencio Batista) की भ्रष्ट और दमनकारी सैन्य सरकार के हाथों में था। चूँकि वह क्यूबा में अमेरिकी हितों का समर्थन करता था इसलिये अमेरिका ने भी क्यूबा में शासन करने में उसका साथ दिया। बतिस्ता शासन के प्रति लोगों के बीच असंतोष का माहौल था। बतिस्ता शासन क्यूबा के लोगों के बीच बेहद अलोकप्रिय था।
  • वर्ष 1956 में फिदेल कास्त्रो और चे ग्वेरा ने छापामार लड़ाकों का एक समूह बनाया और सरकारी बलों के खिलाफ एक क्रांतिकारी युद्ध की शुरुआत की। वर्ष 1958 तक यह क्रांति पूरे क्यूबा में फैल गई थी तथा इसकी समाप्ति वर्ष 1959 की शुरुआत में क्यूबा की राजधानी हवाना के पतन के साथ हुई। बतिस्ता वर्ष 1959 में देश छोड़कर भाग गया और कास्त्रो ने क्यूबा को अमेरिकी प्रभाव से मुक्त कर एक उदार राष्ट्रवादी सरकार का गठन किया।

क्राइसोमालोन स्क्वैमिफेरम

Chrysomallon Squamiferum

हिंद महासागर में केवल तीन स्थानों पर पाया जाने वाला एक दुर्लभ घोंघा (Snail) क्राइसोमालोन स्क्वैमिफेरम (Chrysomallon Squamiferum) गहन समुद्री खनन के कारण संकट में हैं।

Chrysomallon Squamiferum

  • यह स्नेल मैडागास्कर के पूर्व में हिंद महासागर में तीन हाइड्रोथर्मल वेंट्स (Hydrothermal Vents) में पाया जाता है।
  • इसे IUCN द्वारा 18 जुलाई, 2019 को लुप्तप्राय प्रजाति की अद्यतन रेड लिस्ट में शामिल किया गया था, जो गहरे समुद्र में खनन के कारण आधिकारिक रूप से संकटग्रस्त घोषित होने वाली पहली प्रजाति बन गया है।
  • हालाँकि वर्तमान में सभी वैश्विक महासागरों में गहन खनन गतिविधियों पर रोक है, फिर भी संयुक्त राष्ट्र की संस्था इंटरनेशनल सी-बेड अथॉरिटी वर्तमान में समुद्र-तल खनन का संचालन करने के लिये दिशा-निर्देश तैयार कर रही है, जिसे वर्ष 2020 तक पूरा किया जाएगा।
  • उल्लेखनीय है कि हाइड्रोथर्मल वेंट्स के कारण लगभग 14 प्रजातियों को रेड लिस्ट में शामिल किये जाने की संभावना है।