प्रीलिम्स फैक्ट्स: 27 नवंबर, 2019 | 27 Nov 2019

अटापका पक्षी अभयारण्य

Atapaka Bird Sanctury

आंध्र प्रदेश के कोल्लेरू स्थित अटापका पक्षी अभयारण्य (Atapaka Bird Sanctury) दो प्रवासी पक्षियों (ग्रे पेलीकल और सारस) का अकेला सुरक्षित प्रजनन स्थल बन गया है।

Atapaka Bird Sanctury

अटापका पक्षी अभयारण्य की अवस्थिति:

  • यह पक्षी अभयारण्य, पश्चिमी गोदावरी और कृष्णा ज़िलों की सीमा पर कोल्लेरू झील में अवस्थित है।
  • इस पक्षी अभयारण्य को पक्षियों का स्वर्ग भी कहा जाता है।

कोल्लेरू झील के विषय में:

  • कोल्लेरू झील (Kolleru Lake) देश की सबसे बड़ी ताजे़ पानी की झीलों में से एक है। यह कृष्णा और गोदावरी नदी के डेल्टा के मध्य स्थित है।
    • यह झील दोनों नदियों के लिये प्राकृतिक बाढ़-संतुलन जलाशय का कार्य करती है।
  • इसे वर्ष 1999 में भारत के वन्य जीवन संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत एक वन्यजीव अभयारण्य (wildlife sanctuary) के रूप में अधिसूचित किया गया था।
  • यह एक रामसर स्थल है।

अल्बानिया

Albania

हाल ही में यूरोपीय देश अल्बानिया (Albania) की राजधानी तिराना में भूकंप ने दस्तक दी।

Albania

अवस्थिति:

  • अल्बानिया उत्तर-पूर्वी यूरोप के बाल्कन प्रायद्वीप में स्थित एक छोटा पहाड़ी देश है तथा इसकी राजधानी तिराना है जो इसका सबसे बड़ा शहर भी है।

सीमाएँ:

  • इसकी स्थलीय सीमाएँ उत्तर में मोंटेनेग्रो, उत्तर-पूर्व में सर्बिया (कोसोवो), पूर्व में मैसीडोनिया गणराज्य तथा दक्षिण-पश्चिम में ग्रीस से मिलती हैं।
  • अल्बानिया, क्रोएशिया और इटली के साथ समुद्री सीमाएँ भी साझा करता है।
  • इसके अलावा पश्चिम में एड्रियाटिक और आयोनियन सागर में इसकी तटीय सीमा है।

बाल्कन देश:

  • सर्बिया, मोंटेनेग्रो, बुल्गारिया, रोमानिया, अल्बानिया, ग्रीस, स्लोवेनिया, क्रोएशिया, बोस्निया- हर्ज़ेगोविना, मैसीडोनिया, कोसोवो।
  • अल्बानिया ने वर्ष 2009 में नाटो (NATO) की सदस्यता प्राप्त की।

नौसैनिक अभ्यास मिलन- 2020

Naval Exercise MILAN- 2020

भारत वर्ष 2020 में आयोजित होने वाले नौसैनिक अभ्यास मिलन (MILAN) की मेज़बानी करेगा।

Naval Exercise

पृष्ठभूमि:

  • मिलन एक द्विवार्षिक बहुपक्षीय नौसेना अभ्‍यास की श्रृंखला है जिसकी शुरुआत वर्ष 1995 में की गई थी।
  • वर्ष 2018 तक इसका आयोजन अंडमान एवं निकोबार कमान में किया जाता था।
  • परंतु अभ्यास की बढ़ती संभावना और जटिलता के कारण पहली बार इसका आयोजन विशाखापत्‍तनम कमान में किया जा रहा है।

मिलन- 2020 का उद्देश्य:

  • इसका उद्देश्य मित्र राष्ट्रों की नौसेनाओं के बीच व्यावसायिक संपर्कों को बढ़ाना एवं सामुद्रिक क्षेत्र में एक-दूसरे की शक्तियों तथा सर्वश्रेष्‍ठ प्रचलनों से ज्ञान प्राप्त करना है।
  • यह अभ्यास विदेशी नौसेनाओं के ऑपरेशनल कमांडरों के लिये आपसी हित के क्षेत्रों में एक-दूसरे से परस्‍पर संपर्क बनाए रखने के लिये भी एक उल्‍लेखनीय अवसर उपलब्‍ध कराएगा।

अभ्यास में शामिल देश:

  • इस अभ्यास में दक्षिण एशिया, दक्षिण-पूर्व एशिया, अफ्रीका और यूरोप के ऐसे 41 देशों को आमंत्रित किया गया है जिनके साथ भारत के सैन्य संबंध हैं।

डेफकाॅम इंडिया- 2019

DEFCOM India- 2019

दिल्ली स्थित मानेकशॉ सेंटर में दो दिवसीय (26-27 नवंबर, 2019) डेफकॉम इंडिया- 2019 (DEFCOM India- 2019) संगोष्‍ठी का आयोजन किया गया।

DEFCOM India- 2019

पृष्ठभूमि:

  • यह पिछले कुछ वर्षों में भारतीय सशस्त्र बलों, शिक्षा, अनुसंधान और विकास, संगठनों तथा उद्योगों के बीच सहयोग के लिये सूचना और संचार प्रौद्योगिकी से संबंधित पहलुओं पर एक ऐतिहासिक संगोष्ठी के रूप में विकसित हुई है।

थीम:

  • इस संगोष्ठी की थीम “संचार: एकता के लिये एक निर्णायक उत्प्रेरक” (Communications: A Decisive Catalyst for Jointness) है।

डेफकॉम इंडिया संगोष्‍ठी का आयोजन:

  • इस संगोष्ठी का आयोजन संयुक्त रुप से भारतीय सेना की सिग्नल कोर तथा भारतीय उद्योग परिसंघ (Confederation of Indian Industry- CII) द्वारा किया गया।

उद्देश्य:

  • इस संगोष्ठी का उद्देश्य सेना के तीनों अंगों को एकता के लिये संचार माध्‍यमों का लाभ उठाने के लिये प्रेरित करना है।
  • इसके लिये संगोष्ठी में सेनाओं की संचार संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये उद्योग जगत के सहयोग का आह्वान किया गया।