प्रीलिम्स फैक्ट्स: 27 मार्च, 2019 | 27 Mar 2019

भारतीय सेना का पर्वतारोहण अभियान

हाल ही में माउंट मकालू (8485 मीटर) के लिये प्रथम भारतीय सेना पर्वतारोहण (First Indian Army Mountaineering) अभियान की शुरुआत की गई है।

  • भारतीय सेना ने 8000 मीटर से ऊँची सभी चुनौतीपूर्ण चोटियों को फतह करने का लक्ष्य बनाया है। इसी लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से भारतीय सेना ने माउंट मकालू हेतु अपने पहले अभियान की शुरुआत की है।
  • माउंट मकालू दुनिया की पाँचवी सबसे ऊँची चोटी है जिसकी ऊँचाई 8485 मीटर है।
  • इस चोटी को दुनिया की सबसे खतरनाक पर्वत चोटियों में से एक माना जाता है और मौसम की दुरूह परिस्थितियों तथा हाड़ कंपा देने वाली ठंड के कारण उस पर चढ़ना बेहद चुनौतीपूर्ण समझा जाता है।
  • यह पर्वत चोटी पर्वतारोहियों की तकनीकी सूझबूझ, मानसिक और शारीरिक साहस तथा माउंट मकालू के शिखर तक पहुँचने के उनके संकल्‍प की परीक्षा लेती है।

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  • इस चुनौतीपूर्ण कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिये भारतीय सेना अपने दल को पिछले छह महीनों से कड़ा प्रशिक्षण दे रही थी।
  • इस अभियान की तैयारियों के तहत इस दल ने माउंट कामेट पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की।
  • यह दल इस चुनौतीपूर्ण मिशन के लिए नई दिल्‍ली से रवाना होगा और माउंट मकालू की चोटी के शिखर तक पहुँचने के रास्‍ते में 6 शिविर स्‍थापित किये जाएंगे।

मनी लॉन्ड्रिंग पर एशिया-प्रशांत समूह

वित्तीय कार्रवाई कार्य-बल (Financial Action Task Force-FATF) द्वारा पाकिस्तान को ग्रे-लिस्ट में शामिल किये जाने के बाद मनी लॉन्ड्रिंग पर एशिया-प्रशांत समूह भी पाकिस्तान को ग्रे-लिस्ट में शामिल करने पर विचार कर रहा है।
एशिया-प्रशांत समूह (Asia-Pacific Group- APG)

  • APG एशिया-प्रशांत क्षेत्र हेतु वित्तीय कार्रवाई कार्य-बल (FATF) की शैली पर आधारित एक अंतर-सरकारी संगठन है। 
  • एशिया-प्रशांत समूह में भारत सहित 41 सदस्य हैं। एशिया-प्रशांत समूह यह सुनिश्चित करने पर केंद्रित है कि इसके सदस्य बड़े पैमाने के विनाशकारी हथियारों से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवादी वित्तपोषण के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय मानकों को प्रभावी ढंग से लागू कर रहे हैं।
  • APG को 13 मूल संस्थापक सदस्यों के बीच सर्वसम्मति से एक स्वायत्त क्षेत्रीय एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग निकाय के रूप में बैंकाक, थाईलैंड में 1997 में स्थापित किया गया था।

एम्प्लॉयी स्टॉक परचेज़ स्कीम

हाल ही में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने एम्प्लॉयी स्टॉक परचेज़ स्कीम (Employee Stock Purchase Scheme-ESPS) के माध्यम से कर्मचारियों से लगभग 5,000 करोड़ रुपए जुटाने की प्रक्रिया शुरू की है।

  • एम्प्लॉयी स्टॉक परचेज़ स्कीम किसी कंपनी द्वारा संचालित एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें भाग लेने वाले कर्मचारी कंपनी के शेयरों को रियायती मूल्य पर खरीद सकते हैं।
  • कंपनियाँ एम्प्लॉयी स्टॉक ऑप्शन प्लान (Employee Stock Option Plans-ESOPs) या एम्प्लॉयी स्टॉक परचेज़ स्कीम (ESPS) के रूप में अक्सर अपने कर्मचारियों को स्टॉक से पुरस्कृत करती हैं।
  • एम्प्लॉयी स्टॉक ऑप्शन प्लान ऐसे स्टॉक होते हैं जिन्हें कर्मचारियों को एक तय अवधि में दिया जाता है। इस ऑप्शन प्लान के तहत कर्मचारियों को पूर्व निर्धारित मूल्य पर कंपनी का शेयर खरीदने का अधिकार दिया जाता है।
  • एम्प्लॉयी स्टॉक परचेज़ स्कीम (ESPS) कर्मचारियों को कंपनी के स्टॉक खरीदने (आमतौर पर रियायती मूल्य पर) हेतु अपने वेतन का उपयोग करने की सुविधा प्रदान करती है।
  • एम्प्लॉयी स्टॉक ऑप्शन प्लान (ESOPs) के विपरीत, एम्प्लॉयी स्टॉक परचेज़ स्कीम (ESPS) धारकों के पास कोई विकल्प नहीं होता है, उन्हें अपने वेतन से मासिक कटौती के माध्यम से कीमत का भुगतान करना अनिवार्य होता है।