प्रीलिम्स फैक्ट्स: 26 अप्रैल, 2019 | 26 Apr 2019

यक्षगान

यक्षगान कर्नाटक राज्‍य का पारंपरिक लोक नृत्य एवं नाट्य रूप है।

  • इसकी विषय-वस्तु मिथकीय कथाओं तथा पुराणों, विशेषतौर पर रामायण एवं महाभारत पर आधारित होती है।
  • इसे प्रदर्शित करने वाले कलाकार समृद्ध डिज़ाइनों के साथ चटकीले, रंग-बिरंगे परिधानों एवं विशाल मुकुट का प्रयोग करते हैं। 
  • कलाकारों द्वारा पहने जाने वाले आभूषण नर्म लकड़ी से बनाए जाते हैं, जिसे शीशे के टुकड़ों और सुनहरे रंग के कागज़ के टुकड़ों से सजाया जाता है।
  • इसमें चेंड नामक ड्रम बजाया जाता है।
  • यक्षगान भगवान गणेश की वंदना से शुरू होता है। इसके बाद एक हास्‍य अभिनय प्रस्तुत किया जाता है।
  • पृष्‍ठभूमि में चेंड और मेडल के साथ तीन व्‍यक्तियों के दल द्वारा ताल बजाई जाती है। कथावाचक इस पूरे प्रदर्शन का निर्माता, निर्देशक और कार्यक्रम का प्रमुख होता है। 

तिवा जनजाति

तिवा जनजाति (लालुंग) असम और मेघालय राज्य की पहाड़ियों और मैदानों में निवास करती है।

  • इसे असम राज्य में अनुसूचित जनजाति के रूप में मान्यता प्राप्त है।
  • यह जनजाति अप्रैल के महीने में फसलों की कटाई के पश्चात् खेचवा त्योहार मनाती है।
  • पहाड़ी तिवा के ग्रामीण झूम कृषि एवं बागवानी करते हैं साथ ही सब्जियाँ भी उगाते हैं।
  • इस जनजाति के लोग तिब्बती-बर्मन भाषा बोलते हैं।

मिशन दिल्ली

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने मिशन DELHI (दिल्ली इमरजेंसी लाइफ हार्ट-अटैक इनिशिएटिव) परियोजना शुरू की।

  • शुरुआती चरण में इसके अंतर्गत केवल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के तीन किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को शामिल किया जाएगा।
  • इस परियोजना का उद्देश्य गंभीर प्रकार के दिल के दौरे (ST-Elevation Myocardial Infarction) से होने वाली मृत्यु दर को कम करना है।
  • इसका उद्देश्य क्लॉट-बस्टिंग दवा प्राप्त करने में लगने वाले समय को कम करना है।

म्युनिसिपल बॉण्ड

भारतीय रिज़र्व बैंक ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के लिये निर्धारित सीमा में म्युनिसिपल बॉण्ड (मुनि बॉण्ड) में निवेश करने की अनुमति दी है।

  • मुनि बॉण्ड में निवेश की सीमा राज्य विकास ऋण (एसडीएल) में एफपीआई निवेश के समान है।
  • म्युनिसिपल बॉण्ड शहरी स्थानीय निकायों द्वारा जारी किया जाने वाला बॉण्ड है।
  • इसकी सहायता से शहरी स्थानीय निकाय विशिष्ट परियोजनाओं, विशेष रूप से बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं के लिये धन जुटाती है।
  • वर्ष 2015 में सेबी ने शहरी स्थानीय निकायों को पैसा जुटाने में सक्षम बनाने के लिये म्युनिसिपल बॉण्ड हेतु नए दिशा-निर्देश जारी किया था।