प्रीलिम्स फैक्ट्स: 20 मई, 2020 | 20 May 2020

माइक्रो आरएनए

MicroRNA 

हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका की ‘ऑगस्टा यूनिवर्सिटी’ (Augusta University) के अंतर्गत आने वाले ‘ऑगस्टा मेडिकल कॉलेज’ के शोधकर्त्ताओं के अनुसार, माइक्रो आरएनए (MicroRNA) ‘जीन एक्सप्रेशन’ को नियंत्रित करने में मानव शरीर में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और वायरस के आक्रमण के समय फ्रंटलाइन का कार्य करते हैं।

प्रमुख बिंदु: 

  • एक माइक्रो आरएनए पौधों, जानवरों एवं कुछ विषाणुओं में पाया जाने वाला एक छोटा नॉन-कोडिंग आरएनए अणु (लंबाई लगभग 22 न्यूक्लियोटाइड) है, जो ‘आरएनए साइलेंसिंग’ (RNA Silencing) और ‘जीन एक्सप्रेशन’ के बाद के ट्रांसक्रिप्शनल विनियमन में कार्य करता है। 
  • ये वायरस के आक्रमण के समय फ्रंटलाइन का कार्य करते हैं और वायरस के आनुवंशिक पदार्थ (RNA) को काटकर वायरस से लड़ते हैं।

गौरतलब है कि आयु एवं अंतर्निहित स्वास्थ्य की स्थिति, लोगों को COVID-19 के मद्देनज़र अधिक संवेदनशील बनाती है। ऐसा इसलिये है क्योंकि उनमें प्रतिक्रिया करने वाले माइक्रोआरएनए नंबर कम होते हैं।


आत्मनिर्भर गुजरात सहाय योजना

Aatmanirbhar Gujarat Sahay Yojana

हाल ही में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने एक ‘आत्मनिर्भर गुजरात सहाय योजना’ (Aatmanirbhar Gujarat Sahay Yojana) की घोषणा की है जो छोटे उद्यमियों और स्वरोज़गारों जैसे इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर एवं बढ़ई को तीन वर्ष की अवधि के लिये 1 लाख रुपए तक का ऋण प्रदान करती है।

प्रमुख बिंदु: 

  • इस योजना का लक्ष्य COVID-19 के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन में दैनिक/मासिक आमदनी से प्रभावित सब्जी विक्रेता, निर्माण श्रमिक आदि को भी शामिल करना है। 
  • इस योजना के आवेदकों को क्रेडिट सोसाइटियों और शहरी एवं ज़िला सहकारी बैंकों जो 5,000 करोड़ रुपए के संपार्श्विक-मुक्त ऋण सौंपेंगे, के साथ अपने मामले को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिये गारंटरों की आवश्यकता होगी।
  • गुजरात सहकारी समिति अधिनियम,1961 के तहत पंजीकृत कुल 260 शहरी सहकारी बैंक, 18 ज़िला सहकारी बैंक और 6,500 क्रेडिट सहकारी समितियाँ सफल आवेदकों को 2% की ब्याज दर पर संपार्श्विक-मुक्त ऋण प्रदान करेंगी।
  • यह योजना 21 मई से शुरू होगी और ऋण देने वाली एजेंसियाँ ​​31 अगस्त तक आवेदन स्वीकार करेंगी।

अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस

International Day of Light

प्रतिवर्ष 16 मई को विश्व भर में यूनेस्को (UNESCO) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस (International Day of Light-IDL) मनाया जाता है   

International-Day-of-Light

प्रमुख बिंदु: 

  • यह एक वार्षिक पहल है जो विश्व स्तर पर आयोजित की जाती है ताकि रोज़मर्रा के जीवन में प्रकाश-आधारित प्रौद्योगिकियों द्वारा निभाई गई महत्त्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके।
  • यह दिन वर्ष 1960 में लेज़र के पहले सफल संचालन को चिह्नित करने के लिये मनाया जाता है। पहला सफल लेज़र संचालन एक इंजीनियर एवं भौतिक विज्ञानी थियोडोर मैमन (Theodore Maiman) द्वारा किया गया था।
  • IDL को UNESCO के ‘इंटरनेशनल बेसिक साइंस प्रोग्राम’ (IBSP) से प्रशासित किया गया है और इसका सचिवालय इटली के ‘अब्दुस सलाम इंटरनेशनल सेंटर ऑफ थ्योरेटिकल फिज़िक्स’ (ICTP), ट्राएस्टे में स्थित है।

ट्रोग्लॉमीज़ ट्विटरी

Troglomyces Twitteri

हाल ही में मायकोकीज़ (MycoKeys) पत्रिका में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन के अनुसार शोधकर्त्ताओं ने ट्विटर पर एक नई प्रजाति ‘ट्रोग्लॉमीज़ ट्विटरी’ (Troglomyces Twitteri) खोजी है।

Troglomyces-Twitteri

प्रमुख बिंदु:  

  • डेनमार्क के कोपेनहेगन विश्वविद्यालय में प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय से संबद्ध जीवविज्ञानी एवं एसोसिएट प्रोफेसर ‘एना सोफिया रेबोलेइरा’ (Ana Sofia Reboleira) जब अपने ट्विटर पर स्क्रॉल कर रही थीं तब उन्होंने उत्तरी अमेरिकी मिलिपेड (North American Millipede) की एक तस्वीर को देखा।
  • यह एक प्रकार का परजीवी कवक है। 
  • यह एक व्यवस्था या ऑर्डर के अंतर्गत आते हैं जिसे लबोउलबेंनिअलेस (Laboulbeniales) कहा जाता है। ये छोटे परजीवी कवक होते हैं जो कीड़े एवं मिलीपेड पर हमला करते हैं।
  • लबोउलबेंनिअलेस (Laboulbeniales) को पहली बार 19वीं शताब्दी के मध्य में खोजा गया था।

चरण पादुका

Charan Paduka

चरण पादुका (Charan Paduka) मध्य प्रदेश से होकर गुजरने वाले प्रवासी मज़दूरों के लिये मध्यप्रदेश द्वारा शुरू किया गया एक अभियान है।

प्रमुख बिंदु: 

  • इस अभियान के तहत, नंगे पैर जाने वाले प्रवासी मज़दूरों को उनके पैरों के दर्द को कम करने के लिये जूते एवं चप्पल प्रदान किये जा रहे हैं।
  • सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि यह अभियान अधिकांश स्थानों पर मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा चलाया जा रहा है।
  • चरण पादुका अभियान इंदौर के राऊ पुलिस स्टेशन से शुरू हुआ।