प्रीलिम्स फैक्ट्स: 20-07-2019 | 20 Jul 2019

नेशनल मून डे

National Moon Day

20 जुलाई, 2019 को देश भर में नेशनल मून डे (National Moon Day) मनाया गया।

National Moon day

  • यह दिवस वर्ष 1969 में चंद्रमा पर पहली बार चहलकदमी करने वाले व्यक्ति एवं उनकी उपलब्धियों के सम्मान में मनाया जाता है।
  • वर्ष 1971 में अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने इस दिवस को पहली बार मनाया था।
  • अपोलो 11 मिशन 16 जुलाई, 1969 को लॉन्च किया गया था। इसकी चंद्रमा पर लैंडिंग 20 जुलाई को ही हुई थी।
  • अपोलो 11 मिशन के तहत दो अमेरिकी व्यक्ति नील आर्मस्ट्रांग और बज़ एल्ड्रिन चंद्रमा पर उतरे।
  • नील आर्मस्ट्रांग ने चंद्रमा की सतह पर कदम रखा और अंतरिक्ष यान के बाहर लगभग ढाई घंटे बिताए। एल्ड्रिन ने आर्मस्ट्रांग की तुलना में चंद्रमा पर कम समय बिताया, हालाँकि उन्होंने चंद्रमा की सतह से लगभग 47.5 पाउंड चंद्र सामग्री एकत्र की (पृथ्वी पर अध्ययन हेतु लाने के लिये)।

अर्बन हाट

Urban Haats

केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय (Union Ministry of Textile) को बिहार के मधुबनी में हस्तशिल्प और शिल्पकार के लिये शहरी हाट स्थापित करने का प्रस्ताव मिला है। यह प्रस्ताव मधुबनी ज़िले के ज़िला ग्रामीण विकास प्राधिकरण (DRDA) ने पेश किया है।

  • इसका उद्देश्य हथकरघा बुनकरों और कारीगरों के लिये मध्यम एजेंसियों को खत्म करके बड़े शहरों तथा महानगरीय शहरों में एक स्थायी विपणन का बुनियादी ढाँचा स्थापित करना है।
  • शिल्पकारों एवं बुनकरों को सीधे विपणन की सुविधा प्रदान करने के लिये बड़े शहरों/महानगरों में अर्बन हाट स्थापित किये जाएंगे।
  • इस परियोजना का कार्यान्वयन राज्य हस्तशिल्प (State Handicrafts), हथकरघा विकास निगम (Handlooms Development Corporations) तथा पर्याप्त वित्तीय संसाधनों एवं संगठनात्मक क्षमता वाले पर्यटन विकास निगम द्वारा किया जाएगा।
  • राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर की हथकरघा एजेंसियाँ/निगम/सहकारी समितियाँ/प्राथमिक सहकारी समितियाँ/बुनकर/कारीगर अर्बन हाट पहल के लिये पात्र होंगे।
  • प्रत्येक इकाई के लिये अधिकतम वित्तीय सीमा 300 लाख रुपए है।

नाग मिसाइल

Third Generation NAG Missile

हाल ही में तीसरी पीढ़ी की स्वदेशी एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (Anti Tank Guided Missile) नाग का सफल परीक्षण किया गया।

  • यह परीक्षण पोखरण की टेस्ट फायरिंग रेंज में किया गया तथा परीक्षण के दौरान मिसाइल का दिन और रात दोनों समय टेस्ट फायर किया गया।
  • नाग मिसाइल को भारतीय रक्षा मंत्रालय के एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (Integrated Guided Missile Development Programme-IGMDP) के तहत स्वदेशी रूप से विकसित की गई पाँच मिसाइलों में से एक है।
    • इसके अंतर्गत 4 अन्य मिसाइल है: अग्नि, आकाश, त्रिशूल और पृथ्वी।

Naag missile

नाग मिसाइल

  • स्वदेशी रूप से निर्मित नाग तीसरी पीढ़ी की टैंक भेदी मिसाइल है।
  • नाग मिसाइल को दागे जाने के बाद रोका नहीं जा सकता है अर्थात् यह ‘दागो और भूल जाओ’ (fire and forget) के सिद्धांत पर आधारित है।
  • यह परीक्षण पोखरण की टेस्ट फायरिंग रेंज में किया गया तथा परीक्षण के दौरान मिसाइल का दिन और रात दोनों समय टेस्ट फायर किया गया।
  • नाग मिसाइल दिन और रात में बराबर क्षमता के साथ दुश्मन के टैंकों पर आक्रमण कर सकती है और युद्ध में दुश्मनों के टैंक को चार किलोमीटर दूर से ही ध्वस्त करने की क्षमता रखती है।
  • नाग को मुख्यत: आधुनिक युद्धक टैंकों और बख्तरबंद लक्ष्यों को भेदने के लिये तैयार किया गया है।
  • नाग के हेलीकाप्टर संस्करण को हेलीना (HELINA) नाम दिया गया है जिसे हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा विकसित HALरूद्र और ध्रुव हेलीकाप्टर से प्रक्षेपित किया जा सकता है।
  • इसकी रेंज 500 मीटर से 4 किलोमीटर तक है।