प्रीलिम्स फैक्ट्स: 16 मई, 2019 | 16 May 2019

वॉयनिक पांडुलिपि

हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल (University of Bristol) के एक शोधकर्त्ता जेरार्ड चेशायर ने वॉयनिक में लिखी गई एक 600 साल पुरानी पांडुलिपि की भाषा का अर्थ खोजने में सफलता प्राप्त की।

  • जेरार्ड चेशायर ने वॉयनिक को प्राचीन-रोमन भाषा का एकमात्र ज्ञात उदाहरण होने का दावा किया है।
  • भूमध्यसागरीय क्षेत्र में मध्यकाल के दौरान इस भाषा का इस्तेमाल व्यापक था किंतु आधिकारिक या महत्त्वपूर्ण दस्तावेज़ों को लिखने में शायद ही कभी इस भाषा का इस्तेमाल किया गया क्योंकि लैटिन राजसी गौरव, चर्च और सरकार की भाषा थी। नतीजतन, यह प्राचीन-रोमन भाषा धीरे-धीरे खत्म हो गई।

pandulip

  • प्राप्त की गई वॉयनिक पांडुलिपि 15वीं शताब्दी (1404-38) की है। यह पांडुलिपि वेल्लम (एक प्रकार का चर्मपत्र जिसे भेड़ के बच्चे, बकरी या बछड़े की त्वचा से बनाया गया है) पर टेक्स्ट और चित्र के साथ लिखी गई है।
  • इस पांडुलिपि को डोमिनिकन ननों द्वारा मारिया केस्टाइल (क्वीन्स ऑफ एरागोन, स्पेन में एक स्वायत्त समुदाय) के संदर्भ स्रोत के रूप में संकलित किया गया था।

स्पैरो

स्पैरो स्मार्ट परफॉरमेंस अपरेज़ल रिपोर्ट रिकॉर्डिंग ऑनलाइन विंडो (Smart Performance Appraisal Report Recording Online Window- SPARROW) का संक्षिप्त रूप है।

  • इसके तहत एनुअल परफॉरमेंस अपरेज़ल रिपोर्ट (APAR) को इंटरनेट के माध्यम से दर्ज़ किया जाएगा।
  • इसे समूह बी और समूह सी के 46,000 अधिकारियों (केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड) के लिये पूरे देश में लॉन्च किया गया है।
  • भारतीय राजस्व सेवाओं (C और CE) के अधिकारियों के लिये स्पैरो (SPARROW) में ‘एनुअल परफॉरमेंस अपरेज़ल रिपोर्ट’ को इंटरनेट के माध्यम से पहले से ही लागू किया जा चुका है जो 2016-2017 से प्रभावी है।
  • यह सरकारी नौकरियों में पदोन्नति और पोस्टिंग में पारदर्शिता तथा सुशासन सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम होगा।