ऑपरेशन उपलब्ध: आरपीएफ | 04 Apr 2022

हाल ही में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने ऑपरेशन उपलब्ध के तहत कथित कालाबाज़ारी करने वालों के खिलाफ एक अखिल भारतीय अभियान चलाया है।

  • इससे पहले फरवरी 2022 में RPF द्वारा ऑपरेशन आहट नाम से मानव तस्करी पर अंकुश लगाने के लिये एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया गया था।

ऑपरेशन उपलब्ध:

  • ऑपरेशन उपलब्ध के तहत महीने भर के अभियान ने दलालों या कालाबाज़ारी करने वालों की गतिविधियों पर काफी हद तक अंकुश लगाने और आम आदमी को रेलवे टिकट उपलब्ध कराने में सक्षम बनाया है।

रेलवे सुरक्षा बल:

  • RPF एक केंद्रीय सशस्त्र बल है। जो भारतीय रेल, रेल मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
    • RPF का इतिहास वर्ष 1882 का है, जब विभिन्न रेलवे कंपनियों ने रेलवे संपत्ति की सुरक्षा के लिये अपने स्वयं के गार्ड नियुक्त किये थे।
  • वर्ष 1957 में संसद के एक अधिनियम द्वारा रेलवे सुरक्षा बल को एक वैधानिक बल के रूप में मान्यता दी गई, जिसे बाद में वर्ष 1985 में भारत संघ के सशस्त्र बल के रूप में घोषित किया गया।
  • RPF नियम 1959 में बनाए गए थे और RPF विनियम 1966 में प्रकाशित हुए थे। उसी वर्ष रेलवे संपत्ति मामले में शामिल अपराधियों को पकड़ने और उन पर मुकदमा चलाने की कुछ सीमित शक्तियाँ रेलवे संपत्ति (गैर-कानूनी कब्ज़ा) अधिनियम, 1966 को लागू करके बल को प्रदान की गईं।
  • मुख्य रूप से RPF को रेलवे संपत्ति की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है लेकिन जहाँ एक ओर प्रभावी और अनुशासित बल के रख-रखाव के लिये RPF अधिनियम के प्रावधानों को अभावग् पाया गया, वहीं RPF नियम और विनियम भी न्यायिक रूप से अनुचित पाए गए।
    • संघ के सशस्त्र बल के रूप में बल के गठन और रख-रखाव हेतु आरपीएफ अधिनियम, 1957 को तद्नुसार वर्ष 1985 में संसद द्वारा संशोधित किया गया था।
  • यह फोर्स देश के सभी भागों में अपने जवानों को चिह्नित करती है और इस प्रकार वास्तव में राष्ट्रीय चरित्र व छवि को प्रदर्शित करने में गर्व महसूस करती है। फोर्स ने अपनी स्थापना के समय से ही पहचान और गौरव अर्जित किया है।

स्रोत: पी.आई.बी.