एक राष्ट्र एक बंदरगाह प्रक्रिया (ONOP) | 15 Dec 2025
एक राष्ट्र एक बंदरगाह प्रक्रिया (One Nation–One Port Process- ONOP) ढाँचा बंदरगाहों पर आवश्यक दस्तावेज़ीकरण को 33% तक कम करेगा, जिससे कार्यकुशलता बढ़ेगी और लागत एवं समय में कमी आएगी।
एक राष्ट्र एक बंदरगाह प्रक्रिया (ONOP)
- परिचय: भारत में बंदरगाह प्रक्रियाओं में समानता लाने के लिये बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW) की एक सुधार पहल।
- उद्देश्य: सभी प्रमुख और चुनिंदा लघु बंदरगाहों के लिये दस्तावेज़ीकरण, अनुमोदन और कार्यप्रवाह को मानकीकृत करना।
- विशेषताएँ:
- बंदरगाह-वार प्रक्रियाओं में भिन्नताओं को समाप्त करके व्यवसाय करने में आसानी को बढ़ावा देता है।
- ONOP के तहत सरकार सभी भारतीय बंदरगाहों पर जहाज-संबंधी सभी जानकारियों के सुचारू इलेक्ट्रॉनिक प्रस्तुतिकरण और प्रसंस्करण के लिये नेशनल लॉजिस्टिक्स पोर्टल – मरीन (NLP-Marine/“सागर सेतु”) को अपग्रेड कर रही है।
- यह सभी प्रमुख (और चुनिंदा लघु) बंदरगाहों में प्रक्रियाओं में समानता लाता है, जिससे उन प्रक्रिया संबंधी असंगतियों को समाप्त किया जाता है जो संचालन में देरी तथा लॉजिस्टिक्स लागत बढ़ाने का कारण बनती थीं।
- महत्त्व: इस पहल से कार्गो हैंडलिंग की दक्षता में उल्लेखनीय सुधार होने, टर्नअराउंड समय में कमी, लॉजिस्टिक्स लागत में कटौती और बंदरगाह संचालन को सरल बनाकर भारत की वैश्विक व्यापार प्रतिस्पर्द्धा को मज़बूत करने की उम्मीद है।
- NLP-Marine / “सागर सेतु” (नेशनल लॉजिस्टिक्स पोर्टल – मरीन)
- सभी जहाज़-संबंधी और कार्गो-संबंधी जानकारी के इलेक्ट्रॉनिक प्रस्तुतिकरण और प्रसंस्करण के लिये एक केंद्रीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म।
- यह सभी बंदरगाह हितधारकों को एक ही प्लेटफॉर्म पर एकीकृत करता है, जिससे कई मैनुअल फॉर्म और भौतिक दस्तावेज़ों की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
- ONOP के तहत अपग्रेड किया जा रहा है ताकि कागज़ रहित कार्यप्रवाह, तेज़ मंज़ूरी और वास्तविक समय में डेटा साझा करना सुनिश्चित किया जा सके।
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