बच्चों में नेत्र संबंधी जलन | 27 Jul 2023

एक नवीन अध्ययन के अनुसार, भारतीय उपमहाद्वीप में बच्चों के नेत्रों में जलन उत्पन्न करने में "चूना" या बुझे हुए चूने की प्रमुख भूमिका है।

  • तीव्र नेत्र संबंधी जलन वाले अधिकांश व्यक्ति पुरुष थे, यह समस्या वयस्कों में 80% से अधिक और बच्चों में 60% से अधिक है।

बुझा हुआ चूना:

  • परिचय:  
    • बुझा हुआ चूना [Ca (OH)2]: बुझे हुए चूने (कैल्शियम ऑक्साइड) को जल के साथ मिलाकर प्राप्त किया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप एक रासायनिक अभिक्रिया होती है जो कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड उत्पन्न करती है।
    • जल के साथ बुझे हुए चूने को मिलाने की ऊष्माक्षेपी प्रक्रिया के दौरान अत्यधिक मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न होती है।
      • इसका pH मान उच्च होता है, जो इसे अत्यधिक क्षारीय और दहनशील बनाता है।

नोट: 

  • क्षार वह क्षारक है जो जल में घुल जाता है। क्षारक एक प्रकार के रासायनिक पदार्थ को संदर्भित करता है जिसका pH मान उच्च होता है, आमतौर पर pH पैमाने पर 7 से ऊपर।   
    • क्षार को क्षारक के रूप में भी जाना जाता है तथा इस प्रक्रिया में अम्ल को निष्क्रिय करने, लवण और जल का उत्पादन करने की विशेष क्षमता होती है। 
    • क्षार के सामान्य उदाहरणों में सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) और पोटेशियम हाइड्रॉक्साइड (KOH) शामिल हैं।
  • अम्ल एक प्रकार का रासायनिक पदार्थ है जिसका pH मान कम होता है, सामान्यतः pH पैमाने पर 7 से नीचे। अम्ल की विशेषता किसी घोल में हाइड्रोजन आयन (H+) छोड़ने की क्षमता है। यह धातुओं, कार्बोनेट और क्षारों के साथ प्रतिक्रिया कर लवण एवं जल में परिवर्तित हो सकता है।
    • अम्ल के सामान्य उदाहरणों में हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCl) और सल्फ्यूरिक एसिड (H2SO4) शामिल हैं।
  • उपयोग:  
    • बुझे हुए चूने का उपयोग निर्माण एवं कृषि सहित इतिहास में विभिन्न अनुप्रयोगों के लिये किया गया है।
    • इसका उपयोग पारंपरिक रूप से पान तैयार करने में चूने (बाध्यकारी एजेंट- Binding Agent) के रूप में किया जाता है जो दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्व एशिया में एक लोकप्रिय पारंपरिक चबाने योग्य मिश्रण है।
  • मुद्दा:  
    • चूने के खुले तथा खराब सीलबंद पैकेट से आँखों में जलन का खतरा उत्पन्न हो रहा है। चूने का एक पैकेट फटने से किसी व्यक्ति की आँखों में क्षार आ सकता है जिसके परिणामस्वरूप आँख की सतह पर जलन हो सकती है और संभावित रूप से गंभीर क्षति हो सकती है।
    • कॉर्निया के विशिष्ट स्टेम सेल-समृद्ध क्षेत्र, कॉर्नियल लिमबस (Corneal Limbus) में जलन, इसकी स्वयं की उपचार करने की क्षमता को कमज़ोर कर सकती है जिससे दीर्घकालिक दृष्टि संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।
  • बच्चों को जोखिम:  
    • आँखों की सभी प्रकार की जलन में 38% का कारण क्षार है, जिसमें चूना सबसे आम क्षार एजेंट है, घरों और आतिशबाजी के दौरान चूने के साथ निकट संपर्क के कारण यह बच्चों में 32% क्षार जलन के लिये ज़िम्मेदार है। 

नोट: नेत्र संबंधी जलन हानिकारक रसायनों, तीव्र गर्मी या विकिरण के संपर्क में आने के कारण चोटों को संदर्भित करती है, जिसके परिणामस्वरूप आँख की सतह या आंतरिक संरचना को नुकसान होता है।

आँखों में जलन विभिन्न पदार्थों, जैसे- एसिड, क्षार, सॉल्वैंट्स या वेल्डिंग आर्क या लेज़र जैसे उच्च-ऊर्जा स्रोतों के संपर्क के कारण भी हो सकती है।

स्रोत: द हिंदू