माहे: स्वदेशी पनडुब्बी रोधी युद्ध पोत | 17 Nov 2025
भारत मुंबई स्थित नौसेना गोदी में माहे का जलावतरण करने के लिये तैयार है, जो स्वदेशी नौसेना जहाज़ निर्माण और समुद्री रक्षा तैयारियों की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
- वर्ग: माहे, माहे-श्रेणी के पनडुब्बी रोधी युद्धक उथले जलयान (ASW-SWC) का पहला पोत है, जिसका निर्माण कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (CSL), कोच्चि द्वारा भारत की आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत किया गया है।
- इसमें 80% से अधिक स्वदेशी घटक हैं, जो भारत की बढ़ती नौसेना निर्माण क्षमता को दर्शाता है।
- भूमिका: पनडुब्बी खोज और तटीय गश्त सहित उच्च गति वाले तटीय अभियानों के लिये डिज़ाइन किया गया।
- क्षमताएँ: चालबाज़ी, गतिशीलता और सटीकता का संयोजन, भारत के निकट-तटीय समुद्री क्षेत्रों की सुरक्षा के लिये आदर्श है।
- प्रतीकात्मकता: केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी के मालाबार तट पर स्थित ऐतिहासिक तटीय शहर माहे के नाम पर बने इस जहाज़ के शिखर पर 'उरुमी' अंकित है जो कलारीपयट्टू की लचीली तलवार है जो चपलता, सटीकता एवं घातकता का प्रतीक है।
- महत्त्व: यह भारत के नए पीढ़ी के उथले-पानी के युद्धपोतों की शुरुआत को दर्शाता है और तटीय रक्षा क्षमताओं को सशक्त बनाता है।
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