‘काहो’ गाँव: अरुणाचल प्रदेश | 08 Nov 2021

अरुणाचल प्रदेश स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में चीन सीमा पर स्थित गाँव ‘काहो’ पर एक वृत्तचित्र/डॉक्यूमेंट्री बनाने की योजना बना रहा है।

Arunachal-Pradesh

प्रमुख बिंदु

  • ‘काहो’ गाँव
    • ‘काहो; अंजॉ ज़िले में चीन की सीमा से लगा पहला गाँव है।
      • अंजॉ अरुणाचल प्रदेश के 11 ज़िलों में से एक है, जो चीन के साथ अपनी सीमा साझा करते हैं।
    • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, काहो में केवल 65 निवासी हैं और साक्षरता दर 64.15% है।
    • इस गाँव और यहाँ मौजूद ‘मेयर’ जनजाति के स्थानीय लोगों पर यह डॉक्यूमेंट्री बनाई जाएगी।
      • मेयर एक छोटी जनजाति है, जो ज़िले के किबिथू और वालॉन्ग सर्कल में रहती है।
      • मेयर भी मिशमी की तरह एनिमिस्ट यानी जीववादी हैं, लेकिन उन्होंने भी महायान बौद्ध धर्म को अपनाया है।
      • अरुणाचल प्रदेश की अन्य जनजातियों में शामिल हैं: अबोर, अका, अपतानी, डफला, गैलोंग, खम्पती, खोवा, मिश्मी, मोनपा, मोम्बा, नगा जनजाति, शेरडुकपेन, सिंगफो।
    • ‘काहो’, लोहित नदी द्वारा विभाजित किबिथू ब्लॉक के सात गाँवों में से एक है, जिसने वर्ष 1962 में चीन के हमले का सामना किया था। इसके लोगों ने भारतीय सैनिकों की सहायता की थी, जिनकी संख्या तुलनात्मक रूप से काफी कम थी।
  • लोहित नदी
    • यह ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक नदी है।
      • ब्रह्मपुत्र नदी मानसरोवर झील (तिब्बत) के पास कैलाश रेंज के चेमायुंगडुंग ग्लेशियर से सियांग या दिहांग के नाम से निकलती है। यह अरुणाचल प्रदेश के सादिया शहर के पश्चिम से भारत में प्रवेश करती है।
    • यह पूर्वी तिब्बत में ज़ायल चू रेंज से निकलती है और असम के मैदानी इलाकों में पहुँचने से पहले अरुणाचल प्रदेश से 200 किलोमीटर तक चलती है।

Lohit-River