जेम्स वेब टेलीस्कोप ने सबसे पुराने मृत आकाशगंगा का पता लगाया | 09 Mar 2024

स्रोत: डाउन टू अर्थ

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) ने हाल ही में सबसे पुरानी ज्ञात मृत आकाशगंगा (डेड गैलेक्सी) को कैप्चर करके ब्रह्मांड के इतिहास संबंधी रोचक अंतर्दृष्टि को उजागर किया है, जिससे लगभग 13 अरब वर्ष पूर्व अथवा ब्रह्मांड का निर्माण करने वाली बिग बैंग घटना के 700 मिलियन वर्ष बाद, तारे का बनना बंद हो गया था।

  • इस मृत आकाशगंगा में 30 से 90 मिलियन वर्षों के बीच तारे के निर्माण की एक लघु किंतु तीव्र अवधि थी, JWST के अवलोकन से पूर्व 10 से 20 मिलियन वर्षों के बीच तारे का निर्माण अचानक बंद हो गया।
    • इसका द्रव्यमान छोटे मैगेलैनिक बादल के बराबर है, जो मिल्की वे आकाशगंगा के निकट स्थित एक ड्वार्फ गैलेक्सी है।
  • अवलोकनों से पता चलता है कि प्रारंभिक ब्रह्मांड में प्रचुर मात्रा में गैस क्लाउड की टकराहट से तारा निर्माण में मदद मिली, लेकिन सुपरमैसिव ब्लैक होल या गैस की कमी जैसे आंतरिक कारकों ने इस प्रक्रिया को धीमा किया होगा।
    • पुनः पूर्ति की कमी के परिणामस्वरूप गैसों में कमी हो सकती है, जिससे आकाशगंगाएँ तारा-निर्माण से सुप्त अवस्था में परिवर्तित हो सकती हैं।
    • प्रारंभिक ब्रह्मांड की गतिशील प्रकृति मृत आकाशगंगाओं के संभावित कायाकल्प का संकेत देती है, जिस पर और भी खोज किया जाना शेष है।
  • JWST NASA, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी के बीच एक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग है जिसे दिसंबर 2021 में लॉन्च किया गया था।
    • वर्तमान में यह अंतरिक्ष में एक बिंदु पर अवस्थित है जिसे सूर्य-पृथ्वी L2 लैग्रेंज बिंदु के रूप में जाना जाता है, जो सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की कक्षा से लगभग 1.5 मिलियन किमी. दूर है।
    • हबल टेलीस्कोप के बाद यह अब तक निर्मित सबसे बड़ा, सबसे शक्तिशाली इन्फ्रारेड अंतरिक्ष दूरबीन है।

और पढ़ें…जेम्स वेब टेलीस्कोप द्वारा 6 विशाल आकाशगंगाओं की खोज