अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष सम्मेलन 2025 | 10 Sep 2025
भारत ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष सम्मेलन 2025 का उद्घाटन किया, जिसमें देश के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष लक्ष्यों, विकसित हो रही अंतरिक्ष रणनीति और वैश्विक अंतरिक्ष अन्वेषण में उसकी भावी भूमिका को रेखांकित किया गया।
- थीम: वैश्विक प्रगति के लिये अंतरिक्ष का उपयोग: नवाचार, नीति और विकास (Harnessing Space for Global Progress: Innovation, Policy, and Growth)
भारत की प्रमुख अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाएँ
- वर्ष 2035 तक एक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन की स्थापना करना और वर्ष 2040 तक एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को चंद्रमा पर भेजना लक्ष्य है।
- भविष्य के अन्वेषण अभियानों में मंगल, शुक्र और क्षुद्रग्रहों पर मिशन शामिल हैं।
- गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम को प्राथमिकता के आधार पर विकसित किया जा रहा है।
- भारत के अंतर्राष्ट्रीय सहयोगों में संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ नासा-इसरो निसार मिशन तथा जापान के साथ आगामी चंद्रयान-5 मिशन शामिल हैं, जो अंतरिक्ष को वैश्विक सहभागिता के मंच के रूप में प्रदर्शित करते हैं।
भारत की अंतरिक्ष यात्रा में हालिया उपलब्धियाँ
- चंद्रयान-3 की सफलता से भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र के समीप सफलतापूर्वक उतरने वाला पहला देश बना।
- ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय वायु सेना अधिकारी बने।
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