अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) | 01 Oct 2025

स्रोत: पी. आई. बी. 

भारत को 2025-2028 के कार्यकाल हेतु अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) की परिषद के भाग II के लिये पुनः निर्वाचित किया गया है। 

  • ICAO: यह संयुक्त राष्ट्र (United Nations-UN) की एक विशिष्ट एजेंसी है, जिसकी स्थापना वर्ष 1944 में राज्यों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन अभिसमय (शिकागो कन्वेंशन) के संचालन तथा प्रशासन के प्रबंधन हेतु की गई थी, जो सुरक्षित और शांतिपूर्ण हवाई नेविगेशन के लिये वैश्विक मानक निर्धारित करती है। 
    • ICAO अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन के सुव्यवस्थित विकास को बढ़ावा देता है। इसका मुख्यालय मॉन्ट्रियल, कनाडा में है और भारत सहित इसके 193 सदस्य देश हैं। 
    • प्रत्येक तीन वर्ष में आयोजित होने वाली ICAO सभा, संगठन की संप्रभु संस्था है और इसमें शिकागो कन्वेंशन के सभी 193 हस्ताक्षरकर्त्ता देश शामिल हैं। 
    • तीन भागों में विभाजित 36 सदस्यीय ICAO परिषद का चुनाव ICAO सभा के दौरान सदस्य देशों द्वारा किया जाता है तथा यह तीन वर्ष के कार्यकाल के लिये शासी निकाय के रूप में कार्य करती है। 
      • भाग I में वायु परिवहन में प्रमुख महत्त्व वाले राज्य जैसे अमेरिका, ब्रिटेन, चीन और जापान शामिल हैं। 
      • भाग II में भारत, जर्मनी और ब्राज़ील सहित अंतर्राष्ट्रीय नागरिक हवाई नेविगेशन में सबसे बड़ा योगदान देने वाले देश शामिल हैं। 
      • भाग III में बोलीविया, मलेशिया और इथियोपिया जैसे भौगोलिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने वाले राज्यों को शामिल किया गया है। 

भारत और ICAO 

  • भारत ICAO का संस्थापक सदस्य है, इसने सुरक्षित, टिकाऊ और समावेशी अंतर्राष्ट्रीय नागरिक विमानन को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 
  • वर्ष 2025-2028 के लिये भारत विमानन सुरक्षा और संरक्षा को मज़बूत करने, हवाई संपर्क बढ़ाने, प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने और ICAO की नो कंट्री लेफ्ट बिहाइंड पहल (ICAO मानकों और अनुशंसित प्रथाओं को लागू करने में राज्यों की सहायता करने हेतु ICAO के प्रयासों पर प्रकाश डालता है) का समर्थन करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
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