भारत-यूएई 13वीं JDCC बैठक | 09 Aug 2025

स्रोत: पीआईबी

भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने नई दिल्ली में आयोजित 13वीं संयुक्त रक्षा सहयोग समिति (JDCC) की बैठक में रक्षा संबंधों को और अधिक मज़बूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। 

13वीं JDCC बैठक के मुख्य परिणाम:

  • भारत-UAE ने सैन्य प्रशिक्षण को बढ़ाया तथा भारतीय तटरक्षक बल और UAE नेशनल गार्ड के बीच समुद्री सुरक्षा हेतु एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये, जिसमें SAR, एंटी-पायरेसी, प्रदूषण प्रतिक्रिया तथा हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में वास्तविक समय की जानकारी साझा करना शामिल है।
  • ICOMM-CARACAL लघु हथियार साझेदारी के माध्यम से उन्नत संयुक्त रक्षा विनिर्माण तथा साझा प्लेटफार्मों की मरम्मत व रखरखाव सहित AI और जहाज़ निर्माण प्रौद्योगिकियों के सह-विकास की संभावना पर विचार किया गया।
  • संयुक्त अभ्यास, प्रशिक्षण, विषय वस्तु विशेषज्ञ (SME) आदान-प्रदान, अंतर-सेवा समन्वय और त्रि-सेवा अंतर-संचालन को बढ़ावा देने के लिये अंतर-सेवा (सेना, नौसेना और वायु सेना) वार्ता आयोजित की गई।

भारत-UAE संबंधों का महत्व:

  • UAE, भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार और दूसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है, जबकि भारत, UAE का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
    • भारत-UAE के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी है, जिसमें राजनीतिक, रक्षा और रणनीतिक संबंध और अधिक मज़बूत हुए हैं।
    • दोनों देशों के बीच पेट्रोलियम, रत्न, कृषि, वस्त्र, रसायन और इंजीनियरिंग उत्पादों का व्यापार होता है।
  • UAE एक महत्त्वपूर्ण तेल आपूर्तिकर्त्ता है और भारत के सामरिक पेट्रोलियम भंडार (SPR) में योगदान देता है, जो भारत की ऊर्जा सुरक्षा और खाड़ी स्थिरता के लिये आवश्यक है।
  • भारत और UAE ने स्थानीय मुद्रा निपटान प्रणाली तथा एकीकृत भुगतान प्रणाली स्थापित करने हेतु एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं, जिससे सीमा पार लेनदेन को सुगम बनाया जा सकेगा।
  • I2U2, IMEC और अब्राहम समझौते जैसे रणनीतिक मंचों में UAE की भूमिका भारत की कनेक्टिविटी, आर्थिक प्रभाव और ऊर्जा सुरक्षा को मज़बूत करती है।
  • UAE में लगभग 3.5 मिलियन भारतीय रहते हैं, और अबू धाबी में हिंदू मंदिर का निर्माण दोनों देशों के सांस्कृतिक एवं आर्थिक संबंधों की मज़बूती को दर्शाता है। 

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