भारत के उत्कृष्ट पुल | 27 Dec 2025

स्रोत: पी.आई.बी. 

भारत ने क्षेत्रों को कनेक्ट करते हुए, दुर्गम भूभागों में मार्ग प्रशस्त करते हुए और अभियांत्रिकी उत्कृष्टता का प्रदर्शन करते हुए अनेक ऐसे पुलों का निर्माण किया है जो रणनीतिक और आर्थिक जीवन रेखा हैं।

  • अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु (मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक- MTHL): यह भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल है, जो समुद्र के ऊपर 16.5 किमी. और थल पर 5.5 किमी. में विस्तृत है। 
  • चेनाब ब्रिज (1,315 मीटर): विश्व का सर्वाधिक ऊँचा रेलवे आर्च ब्रिज (चेनाब नदी से 359 मीटर ऊपर निर्मित)।
    • यह 260 किमी. प्रति घंटे तक की वायु गति का प्रतिरोध करने हेतु डिज़ाइन किया गया है जिसके बने रहने की अवधि 120 वर्ष है और इसकी ऊँचाई एफिल टॉवर से 35 मीटर अधिक है यह उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (USBRL) का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है।
  • न्यू पंबन ब्रिज (2.07 किमी): भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे समुद्री ब्रिज है, जो रामेश्वरम को मुख्य भू-भाग से जोड़ता है। इसमें 72.5 मीटर का ऊर्ध्वाधर लिफ्ट सेक्शन है, जिससे पोत ट्रेनों के आवागमन को बाधित किये बिना संचरण कर सकते हैं। 
  • ढोला-सदिया पुल (भूपेन हज़ारिका सेतु, 9.15 किमी.): यह पुल असम और पूर्वी अरुणाचल प्रदेश को कनेक्ट करता है और उत्तरी असम तथा पूर्वी अरुणाचल प्रदेश के बीच पहली स्थायी सड़क कनेक्टिविटी प्रदान करता है। यह ब्रह्मपुत्र की एक प्रमुख सहायक नदी लोहित नदी पर निर्मित है।
  • अंजी खड्ड पुल (725 मीटर): यह भारत का पहला केबल-स्टेड रेलवे पुल है, जो उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लाइन का हिस्सा है। यह अंजी नदी घाटी पर निर्मित है और घाटी से 331 मीटर ऊपर स्थित है।

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