भारत की पहली क्वांटम कंप्यूटिंग चिप और NexCAR19 | 06 Nov 2025

स्रोत: पी.आई.बी

भारत के प्रधानमंत्री ने ESTIC 2025 में तीन पथप्रदर्शक QSIP (क्वांटम सिक्योरिटी इंटीग्रेटेड प्रोसेसर), भारत की पहली 25-क्यूबिट क्वांटम प्रोसेसिंग यूनिट और NexCAR19 नवाचारों का अनावरण किया।

  • ये सभी नवाचार उन्नत कंप्यूटिंग और बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण प्रगति को प्रदर्शित करते हैं।
  • QSIP चिप: यह भारत का हार्डवेयर-आधारित क्वांटम सुरक्षा समाधान है, जिसे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) के समर्थन से विकसित किया गया है।
    • यह क्वांटम की डिस्ट्रीब्यूशन का उपयोग करके डेटा को सुरक्षित करता है और भविष्य में क्वांटम-सक्षम साइबर खतरों से महत्त्वपूर्ण नेटवर्क की रक्षा करता है।

25-क्यूबिट QPU:

  • यह भारत का पहला क्वांटम कंप्यूटिंग चिप है, जिसे स्टार्टअप QpiAI ने विकसित किया है।
  • पहले, इस कंपनी ने QpiAI-Indus भी पेश किया था, जो 25 सुपरकंडक्टिंग क्यूबिट्स के साथ देश का पहला फुल-स्टैक क्वांटम कंप्यूटर था, जो क्वांटम प्रौद्योगिकी की सभी परतों को एकीकृत करता है।

NexCAR19

  • NexCAR19, जिसे ImmunoACT (IIT बॉम्बे की एक स्पिन-ऑफ कंपनी) ने विकसित किया है, यह भारत की पहली स्वदेशी CAR-T सेल थेरपी तथा विश्व की पहली ह्यूमनाइज़्ड CAR-T थेरपी भी है, जो तीव्र लिम्फोसाइटिक ल्यूकीमिया (Acute Lymphocytic Leukemia) जैसे कैंसरों के उपचार में महत्त्वपूर्ण है।
    • इस नवाचार को जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) और बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउंसिल (BIRAC) का समर्थन प्राप्त है।
  • CAR-T सेल थेरपी: काइमेरिक एंटीजन रिसेप्टर (CAR)-T सेल थेरपी एक ऐसा उपचार है जिसमें रोगी की T कोशिकाओं (जो प्रतिरक्षा प्रणाली का एक प्रकार हैं) को प्रयोगशाला में आनुवंशिक रूप से संशोधित किया जाता है, ताकि उनमें एक CAR जोड़ दिया जाए। यह CAR उन्हें कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और उन पर हमला करने में सक्षम बनाता है।
    • इन संशोधित T कोशिकाओं को प्रयोगशाला में गुणित (Multiplying) किया जाता है और फिर उन्हें मरीज़ के शरीर में वापस इंजेक्ट किया जाता है। इसका उपयोग मुख्यतः रक्त कैंसर के लिये किया जाता है और अन्य कैंसर के लिये भी इसका अध्ययन किया जा रहा है।

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