आइसलैंड | 27 Oct 2025
आइसलैंड, जो कभी पृथ्वी के अंतिम मच्छर-मुक्त स्थलों में से एक था, ने अपने इतिहास में पहली बार मच्छरों की उपस्थिति दर्ज की है। यह घटना देश के अब तक के उष्णतम वसंत के बाद हुई है, जो दर्शाती है कि ग्लोबल वार्मिंग किस प्रकार पृथ्वी के शीतलन क्षेत्रों में भी पारिस्थितिक तंत्रों को बदल रही है।
- ग्लोबल वार्मिंग के कारण आइसलैंड उत्तरी गोलार्ध की तुलना में चार गुना तेज़ी से गर्म हो रहा है। बढ़ता तापमान और आर्द्रता अब मच्छरों के जीवित रहने तथा प्रजनन के लिये अनुकूल परिस्थितियाँ पैदा कर रहे हैं।
- मच्छर शीत-रक्तीय जीव (Cold-blooded organisms) होते हैं और वे 10°C से 35°C के बीच उष्ण व आर्द्र परिस्थितियों में पनपते हैं। उनकी गतिविधि तब सबसे अधिक होती है जब आर्द्रता 42% से अधिक हो जाती है।
आइसलैंड
- आइसलैंड उत्तर अटलांटिक महासागर में स्थित एक नॉर्डिक आइलैंड देश है, जिसे इसके ग्लेशियरों और ज्वालामुखियों के कारण ‘लैंड ऑफ फायर एंड आइस’ (Land of Fire and Ice) कहा जाता है। इसकी राजधानी रिक्जेविक (Reykjavík) है, जो विश्व की सबसे उत्तरी राजधानी है।
- आइसलैंड की तटरेखा ग्रीनलैंड सागर (उत्तर), नॉर्वेजियन सागर (पूर्व) और अटलांटिक महासागर (दक्षिण और पश्चिम) से मिलती है।
- डेनमार्क जलडमरूमध्य आइसलैंड को ग्रीनलैंड से अलग करता है।
- आइसलैंड विश्व का एकमात्र स्थान है जहाँ मध्य-अटलांटिक रिज सतह पर देखा जा सकता है, जो समुद्र तल प्रसार (Seafloor spreading) से संबंधित विसरित ज्वालामुखीय और भूकंपीय गतिविधियों को प्रदर्शित करता है।
- आर्कटिक फॉक्स आइसलैंड का एकमात्र स्वदेशी स्थलीय स्तनधारी है।
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