मानवाधिकार दिवस | 10 Dec 2025
मानवाधिकार दिवस प्रत्येक वर्ष 10 दिसंबर को वर्ष 1948 में मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (UDHR) को अपनाए जाने की स्मृति में मनाया जाता है, जो गरिमा, समानता और स्वतंत्रता के प्रति वैश्विक प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
- मानवाधिकार दिवस: यह दिवस औपचारिक रूप से 1950 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के प्रस्ताव द्वारा स्थापित किया गया, जिसने सभी देशों से इसे प्रतिवर्ष मनाने का आह्वान किया।
- वर्ष 2025 की थीम “दैनिक आवश्यकताएँ” है, जो बुनियादी सेवाओं तक पहुँच को एक मानवाधिकार के रूप में केंद्रित करती है।
- भारत और मानवाधिकार: भारत में मानवाधिकारों की रक्षा का आधार भारतीय संविधान तथा मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 है, जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की स्थापना वर्ष 1993 में की गई।
- मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 "मानवाधिकार" को जीवन, स्वतंत्रता, समानता और व्यक्ति की गरिमा से संबंधित अधिकारों के रूप में परिभाषित करता है, जो संविधान द्वारा प्रत्याभूत हैं या अंतर्राष्ट्रीय प्रसंविदाओं में निहित हैं और भारत में न्यायालयों द्वारा प्रवर्तनीय हैं।
- राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC): यह एक स्वतंत्र वैधानिक निकाय है, जो भारत में मानवाधिकारों के संरक्षक के रूप में कार्य करता है। इसकी स्थापना पेरिस सिद्धांतों (1991) के अनुरूप की गई थी।
- आरंभ से अब तक, NHRC ने 23.8 लाख से अधिक मानवाधिकार शिकायतें दर्ज की हैं और 264 करोड़ रुपए से अधिक राहत राशि की अनुशंसा की है।
- अधिकार संरक्षण हेतु, NHRC स्वतः संज्ञान, जाँच, शिविर बैठकें और नीतिगत परामर्श जैसे उपायों का उपयोग करता है।
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