GPS स्पूफिंग | 25 Apr 2025
स्रोत: द हिंदू
ऑपरेशन ब्रह्मा के दौरान, भारतीय वायु सेना ने दावा किया कि भूकंप प्रभावित म्याँमार में राहत पहुँचाने वाले उसके परिवहन विमान को ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) स्पूफिंग का सामना करना पड़ा।
- 'ऑपरेशन ब्रह्मा' के तहत भारत ने भूकंप प्रभावित म्याँमार में मानवीय सहायता, क्षेत्रीय अस्पताल और बचाव दल पहुँचाने के लिये छह सैन्य परिवहन विमान तैनात किये।
- GPS स्पूफिंग (GPS सिमुलेशन): यह साइबर हमले का एक रूप है, जिसमें विमान के नेविगेशन सिस्टम को गुमराह करने के लिये गलत GPS सिग्नल उत्पन्न किये जाते हैं, जिससे उड़ान सुरक्षा और मिशन की सफलता को गंभीर खतरा पैदा हो जाता है।
- GPS स्पूफिंग उपग्रहों द्वारा भेजे गए कमज़ोर सिग्नलों का लाभ उठाता है, जिन पर नियंत्रण पाना आसान होता है।
- हमलावर अधिक शक्तिशाली, नकली सिग्नल (Counterfeit Signals) प्रेषित करते हैं जो वास्तविक उपग्रह डेटा की नकल करते हैं।
- GPS रिसीवर इन नकली सिग्नलों (Counterfeit Signals) को असली समझकर लॉक कर देता है।
- इसके कारण डिवाइस गलत स्थान डेटा प्रदर्शित करता है, जिससे नेविगेशन सिस्टम को गुमराह करने की संभावना होती है।
- जोखिम: यह विमानों का अपहरण कर सकता है, उन्हें अनपेक्षित स्थानों पर भेज सकता है, जिससे सुरक्षा जोखिम उत्पन्न हो सकता है।
- इससे सैन्य अभियानों में बाधा उत्पन्न हो सकती है, जिससे सेनाएँ दिशाहीन हो सकती हैं और फ्रेंडली फायर (Friendly Fire) हो सकती है।
- शमन: GPS स्पूफिंग जोखिमों को कम करने के लिये, मल्टी-कॉस्टेलेशन सिस्टम, एडवांस्ड सिग्नल प्रोसेसिंग और एंटी-स्पूफिंग डिवाइस सुरक्षा बढ़ा सकते हैं।
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