फ्लोटिंग रेट बॉण्ड (FRBs) | 18 Nov 2025
चर्चा में क्यों?
RBI के फ्लोटिंग रेट बॉण्ड्स (FRBs) की मांग में तेज़ी से वृद्धि देखी जा रही है क्योंकि निवेशक इक्विटी, सोने और पारंपरिक जमाओं से हटकर सुरक्षित, उच्च-उपज वाले सरकार समर्थित ऋण उपकरणों की ओर रुख कर रहे हैं।
- यह मांग उनके उच्च रिटर्न के कारण है, जो राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) पर +35 आधार अंकों की दर से जुड़े हैं।
RBI के फ्लोटिंग रेट बॉण्ड (FRC) क्या हैं?
- परिचय: भारत में पहली बार वर्ष 1995 में जारी किये गए, RBI के FRB एक निश्चित कूपन दर के बजाय परिवर्तनीय कूपन दर वाली सरकारी प्रतिभूतियाँ हैं।
- दर को पूर्व-घोषित अंतरालों (आमतौर पर प्रत्येक 6 महीने या 1 वर्ष) पर पूर्व-चयनित बेंचमार्क के आधार पर रीसेट किया जाता है, जो उन्हें पारंपरिक निश्चित दर वाले बॉण्ड से अलग करता है।
- पात्रता: ये बॉण्ड व्यक्तियों (संयुक्त धारकों सहित) और हिंदू अविभाजित परिवारों (HUFs) के लिये खुले हैं।
- अनिवासी भारतीय (NRI) इन बॉण्डों में निवेश करने के पात्र नहीं हैं ।
- ब्याज दर तंत्र: FRB की ब्याज दर बाजार-निर्धारित बेंचमार्क से संबद्ध होती है, जो आमतौर पर 182-दिन के ट्रेज़री बिलों की पिछली तीन नीलामियों की औसत उपज या आधार दर के साथ नीलामी द्वारा तय किये गए एक निश्चित स्प्रेड पर आधारित होती है।
- कुछ मामलों में जैसे RBI के खुदरा FRB—कूपन दर NSC दर से संबद्ध होती है, जिसके परिणामस्वरूप रिटर्न व्यापक ब्याज दरों में होने वाले परिवर्तनों के अनुसार स्वतः समायोजित हो जाता है।
- महत्त्व: FRB निवेशकों को ब्याज दर जोखिम से बचाता है, जब दरों में वृद्धि होती हैं तो कूपन भुगतान भी बढ़ जाता है।
- यह निश्चित-ब्याज दर वाले ऋण उपकरणों पर आधारित पोर्टफोलियो के लिये विविधीकरण और हेज़िंग उपकरण के रूप में कार्य करता है।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) योजना
- NSC योजना: वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग द्वारा व्यक्तियों में दीर्घकालिक बचत की संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिये NSC योजना शुरू की गई थी।
- अवधि और ब्याज: इस योजना की परिपक्वता अवधि 5 वर्ष है और यह 7.7% की आकर्षक ब्याज दर प्रदान करती है, जिस पर वार्षिक रूप से चक्रवृद्धि ब्याज लगता है।
- पात्रता: कोई भी निवासी भारतीय NSC योजना के तहत निवेश कर सकता है। अभिभावक नाबालिगों (न्यूनतम आयु 10 वर्ष) या मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्तियों की ओर से आवेदन करने के पात्र हैं।
- जमा: निवेशक न्यूनतम 1,000 रुपये की राशि से निवेश शुरू कर सकते हैं और उसके बाद 100 रुपये के गुणकों में अतिरिक्त जमा कर सकते हैं। जमा पर कोई उच्च सीमा नहीं है, और एक व्यक्ति इस योजना के अंतर्गत एक से अधिक खाते खोल सकता है।
- अतिरिक्त लाभ: निवेशक NSC प्रमाणपत्रों को बैंकों के पास गिरवी रखकर ऋण ले सकते हैं और जमा की अधिकतम सीमा न होने के कारण यह योजना पर्याप्त और दीर्घकालिक बचत के लिये उपयुक्त मानी जाती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1.RBI फ्लोटिंग रेट बॉण्ड क्या हैं?
वर्ष 2020 में लॉन्च किये गए, ये सरकार समर्थित, गैर-संचयी ऋण उपकरण हैं जिनमें फ्लोटिंग ब्याज दर होती है, जिनका भुगतान 7 वर्षों के बाद किया जा सकता है और ये सुरक्षित मूलधन तथा अर्द्ध-वार्षिक ब्याज भुगतान प्रदान करते हैं।
2.RBI फ्लोटिंग रेट बॉण्ड में निवेश करने के लिये कौन पात्र है?
व्यक्ति (संयुक्त धारकों सहित) और HUF पात्र हैं; NRI इन बॉण्ड में निवेश नहीं कर सकते।
3. राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) योजना क्या है?
NSC एक 5-वर्षीय सरकारी बचत योजना है, जो 7.7% वार्षिक चक्रवृद्धि ब्याज प्रदान करती है, जिसे निवासियों के बीच दीर्घकालिक बचत को बढ़ावा देने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्ष के प्रश्न
प्रश्न. वह सुविधा/सुविधाएँ क्या हैं जो लाभार्थियों को शाखारहित क्षेत्रों में बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट (बैंक साथी) की सेवाओं से मिल सकती हैं? (2014)
- यह लाभार्थियों को उनके गाँवों में सब्सिडी और सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करने में सक्षम बनाता है।
- यह ग्रामीण क्षेत्रों में लाभार्थियों को जमा और निकासी करने में सक्षम बनाता है।
नीचे दिये गए कूट का उपयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 व 2 दोनों
(d) न तो 1 न ही 2
उत्तर: (c)
प्रश्न. भारत में सभी राष्ट्रीयकृत वाणिज्यिक बैंकों में बचत खातों पर ब्याज दर किसके द्वारा निर्धारित की जाती है (2010)
(a) केंद्रीय वित्त मंत्रालय
(b) केंद्रीय वित्त आयोग
(c) भारतीय बैंक संघ
(d) उपर्युक्त में से कोई भी नहीं
उत्तर: (d)