चरम नाभिकीय क्षणिक घटनाएँ | 23 Sep 2025
चरम नाभिकीय क्षणिक घटनाओं (Extreme Nuclear Transients - ENTs) को ब्रह्मांडीय विस्फोटों की एक नई श्रेणी के रूप में प्रस्तावित किया गया है, जो गामा-किरण विस्फोटों (GRBs) से भी अधिक शक्तिशाली हैं, जिन्हें अब तक का सबसे तीव्र विद्युत चुंबकीय विकिरण माना जाता है, GRBs अब तक की ब्रह्मांड की सबसे शक्तिशाली और तीव्र ऊर्जावान घटनाओं में से हैं।
ENTs
- परिचय: चरम नाभिकीय क्षणिक घटनाऍं (ENTs) तब होती हैं, जब एक विशाल तारा (जिसका द्रव्यमान सूर्य से कम से कम तीन गुना अधिक हो) किसी महाविशाल ब्लैक होल के बहुत करीब आ जाता है।
- क्रियाविधि: ब्लैक होल के तीव्र गुरुत्वाकर्षण बल के कारण तारा खिंचता है और टुकड़ों में बिखर जाता है (यह प्रक्रिया टिडाल डिसरप्शन इवेंट का एक चरम रूप है), तारे के मलबे का कुछ हिस्सा ब्लैक होल की ओर सर्पिल गति से गिरता है, जिससे अत्यधिक मात्रा में ऊर्जा और प्रकाश उत्सर्जित होता है।
- विशेषताएँ: ENTs रेडियो तरंगदैर्ध्य के रूप में कई वर्षों तक दिखाई देता है, इन्हें अधिक दूरी से भी देखा जा सकता है।
- यद्यपि ENTs ज्वारीय विघटन घटनाओं (TDEs) के साथ समानताएँ साझा करते हैं, फिर भी उनमें अंतर यह है कि TDEs बड़ी मेजबान आकाशगंगाओं में होते हैं और अधिक विशाल केंद्रीय ब्लैक होल से जुड़े होते हैं।
- तीव्र एक्स-रे क्षणिक (FXTs) ENT की तुलना में अल्पकालिक और कम ऊर्जावान होते हैं, जो सुपरनोवा से उत्पन्न होते हैं, न कि अति विशाल ब्लैक होल के साथ अंतःक्रिया से।
- महत्त्व: ENTs का अवलोकन सुपरमासिव ब्लैक होल्स, विशेषकर निष्क्रिय ब्लैक होल्स तथा चरम ब्रह्मांडीय भौतिकी का अध्ययन करने में मदद करता है।
- भविष्य के दूरबीन: आने वाले दूरबीन, जैसे वेरा सी. रुबिन ऑब्ज़र्वेटरी और नैंसी ग्रेस रोमन स्पेस टेलीस्कोप (2027) ENTs के अवलोकन और प्रारंभिक ब्रह्मांड की समझ को और बढ़ाएंगे।
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