पूर्वी तिमोर | 20 Apr 2022

हाल ही में पूर्वी तिमोर (तिमोर लेस्ते) जिसे एशिया के सबसे नवीनतम लोकतंत्र के रूप में भी जाना जाता है, में राष्ट्रपति चुनाव का दूसरा और अंतिम दौर संपन्न हुआ ।

East-Timor

पूर्वी तिमोर के बारे में प्रमुख बिंदु: 

  • इतिहास: 
    • 18वीं शताब्दी में पुर्तगाल द्वारा इस क्षेत्र का औपनिवेशीकरण किया गया तथा वर्ष 1975 तक यह क्षेत्र  पुर्तगाल के नियंत्रण में रहा। 
    • जब पुर्तगाली इस क्षेत्र से वापस गए, तो इंडोनेशिया के द्वारा इस पर आक्रमण किया गया और पूर्वी तिमोर को अपने 27वें प्रांत के रूप में स्थापित कर लिया।   
      • पूर्वी तिमोर की स्वतंत्रता के लिये एक लंबा और खूनी संघर्ष हुआ, जिसमें कम से कम 1,00,000 लोग मारे गए।
    • वर्ष 1999 में संयुक्त राष्ट्र के पर्यवेक्षण जनमत संग्रह में पूर्वी तिमोरीस ( East Timorese) द्वारा स्वतंत्रता के लिये मतदान किया गया लेकिन यह हिंसक गतिविधियों को तक तक बढ़ावा मिला जब तक कि इस क्षेत्र में शांति-रक्षक बलों को प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। 
      • वर्ष 2002 में देश को आधिकारिक तौर पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता दी गई थी।
    • पूर्वी तिमोर द्वारा दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) का सदस्य बनने हेतु भी आवेदन किया गया है।
      • वर्तमान में इसे पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त है। 
  • भौगोलिक स्थिति:
    • पूर्वी तिमोर दक्षिण-पूर्व में तिमोर सागर, उत्तर में वेटार जलडमरूमध्य, उत्तर-पश्चिम में ओमबाई जलडमरूमध्य और दक्षिण-पश्चिम में पश्चिमी तिमोर (पूर्वी नुसा तेंगारा के इंडोनेशियाई प्रांत का हिस्सा) से घिरा हुआ है। 
    • पूर्वी तिमोर में तिमोर द्वीप का पूर्वी भाग शामिल है, जिसका पश्चिमी आधा भाग इंडोनेशिया का हिस्सा है।
    • यह इज़रायल से थोड़ा छोटा 15,000 वर्ग किमी भूमि क्षेत्र में फैला है तथा इसके 1.3 मिलियन लोग मुख्य रूप से रोमन कैथोलिक हैं।

अर्थव्यवस्था और राजनीतिक व्यवस्था के बारे में:

  •  राजनीति: 
    • आज़ादी के बाद से लगभग 20 वर्षों में, पूर्वी तिमोर के राष्ट्रपति और संसदीय चुनावों में एक जैसे कई लोगों का वर्चस्व रहा है।
    • इसकी राजनीतिक व्यवस्था में राष्ट्रपति कुछ कार्यकारी शक्तियों को भी साझा करता है और सरकार की नियुक्ति करता है तथा मंत्रियों को वीटो करने या संसद को भंग करने की शक्ति रखता है।
  • अर्थव्यवस्था: 
    • यह देश अपने अपतटीय तेल और गैस भंडार के राजस्व पर निर्भर करता है जो कि इसके सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 90% हिस्सा है।
    • ग्रेटर सनराइज गैस क्षेत्र ऑस्ट्रेलिया के साथ इसका एक समझौता है, जिसका अनुमानित मूल्य 65 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।
    • बेयू अंडरन गैस क्षेत्र (Bayu Undan gas field), इसका मुख्य राजस्व क्षेत्र वर्ष 2023 तक सूखने के कगार पर है तथा देश अब इसे कार्बन कैप्चर सुविधाओं में बदलने के लिये ऑस्ट्रेलिया में कंपनियों के साथ सहयोग करने की योजना बना रहा है।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस