अंतर्राष्ट्रीय लेखा नियमों में बदलाव | 10 Apr 2024

स्रोत: द हिंदू 

हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय लेखा मानक बोर्ड (International Accounting Standards Board- IASB) ने नई आवश्यकताओं से अवगत कराया, जिनके तहत कंपनियों को वर्ष 2027 से मानकीकृत परिचालन लाभ के आँकड़े प्रकाशित करने होंगे।

  • यह आँकड़ा IASB नियमों के तहत परिभाषित नहीं है, इसलिये प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिये इसे विभिन्न तरीकों से संकलित किया जा सकता है।
    • वर्तमान में शुद्ध लाभ या हानि पर पहुँचने से पहले कई कंपनियाँ ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन या EBITDA से पूर्व आय की रिपोर्ट करती हैं।
  • अंतर्राष्ट्रीय लेखा मानक बोर्ड (IASB):
    • IASB की स्थापना वर्ष 2001 में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग मानक फाउंडेशन की देखरेख में की गई थी, जो 140 से अधिक न्यायालयों द्वारा अनिवार्य वित्तीय रिपोर्टिंग के लिये एक वैश्विक लेखांकन भाषा के निर्माण हेतु अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग मानकों को विकसित और अनुमोदित करता है।
  • ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की आय (EBITDA):
    • EBITDA एक वित्तीय मीट्रिक है, जो वित्तपोषण और लेखांकन निर्णयों के प्रभावों को छोड़कर कंपनी के परिचालन प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है, जिससे मुख्य परिचालन लाभप्रदता पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।

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