बगराम एयरफील्ड | 07 May 2025
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया कि चीन अब बगराम एयरफील्ड पर कब्ज़ा किये हुए है, जिसे अमेरिकी सेनाओं ने वर्ष 2021 में अफगानिस्तान से वापस लौटने से पहले खाली कर दिया था।
- बगराम एयरफील्ड: यह अफगानिस्तान का सबसे बड़ा वायुसेना अड्डा है, जो रणनीतिक रूप से परवान प्रांत में, काबुल से लगभग 60 किलोमीटर उत्तर में स्थित है।
- परवान अफगानिस्तान के अधिकांश हिस्सों पर नियंत्रण के लिये महत्त्वपूर्ण है क्योंकि परवान प्रांत में स्थित 2.6 किलोमीटर लंबी सालंग सुरंग काबुल को मज़ार-ए-शरीफ और उत्तर के अन्य शहरों से जोड़ती है, जबकि राजमार्ग दक्षिण में गज़नी और कंधार तथा पश्चिम में बामियान से संपर्क प्रदान करते हैं।
- 1950 के दशक में सोवियत संघ द्वारा निर्मित यह वायुसेना अड्डा शीत युद्ध और सोवियत-अफगान युद्ध (1979–89) के दौरान अत्यंत महत्त्वपूर्ण बन गया।
- वर्ष 2001 के बाद यह आतंकवाद के विरुद्ध युद्ध के दौरान अमेरिकी सेनाओं का संचालन केंद्र बन गया।
- बगराम की रणनीतिक स्थिति इसे महत्त्वपूर्ण बनाती है, तथा तालिबान के साथ चीन के बढ़ते संबंध इस क्षेत्र में रणनीतिक पैर जमाने के लिये सावधानीपूर्वक प्रयास का संकेत देते हैं।
- शिनजियांग स्थित लोप नूर, जहाँ चीन ने वर्ष 1964 में अपना पहला परमाणु परीक्षण किया था, बगराम से 2,000 किलोमीटर की दूरी पर है, जबकि कोको नूर परमाणु हथियार सुविधा इससे भी पूर्व में, चीन के छिंगहाई प्रांत में स्थित है।
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