कृत्रिम सूर्य | 06 Apr 2024

स्रोत: इकोनॉमिक टाइम्स 

हाल ही में दक्षिण कोरिया के वैज्ञानिकों द्वारा परमाणु संलयन अनुप्रयोग में प्लाज़्मा अवस्था में 48 सेकंड के लिये 100 मिलियन डिग्री सेल्सियस के तापमान को बनाए रखते हुए एक नए विश्व रिकॉर्ड की घोषणा की। यह सूर्य की कोर से सात गुना अधिक तापमान है।

  • यह उपलब्धि परमाणु संलयन द्वारा स्वच्छ ऊर्जा के दोहन हेतु एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि यह बड़े पैमाने पर सूर्य की कोर के बराबर तापीय ऊर्जा उत्पादित करने की क्षमता को प्रदर्शित करता है।
  • टोकामेक (इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर (ITER)) वर्ष 1985 में लॉन्च किया गया 35 देशों का एक सहयोगात्मक प्रयास है, जिसमें भारत भी सदस्य है। यह फ्राँस में स्थित है।
    • यह बड़े पैमाने पर कार्बन-मुक्त ऊर्जा स्रोत के रूप में परमाणु संलयन की क्षमता को प्रदर्शित करने पर केंद्रित है।