अमोनियम नाइट्रेट | 14 Nov 2025

स्रोत: ET

चर्चा में क्यों? 

दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट ने अमोनियम नाइट्रेट को सुर्खियों में ला दिया है, क्योंकि जाँच एजेंसियों का मानना है कि जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े एक ‘वाइट काॅलर’ आतंकी मॉड्यूल ने संभवतः इस रसायन का उपयोग विस्फोट में किया होगा।

अमोनियम नाइट्रेट क्या है?

  • शुद्ध अमोनियम नाइट्रेट (NH₄NO₃) एक सफेद, क्रिस्टलीय, जल में घुलनशील, नाइट्रोजन युक्त यौगिक है जो अमोनिया के साथ नाइट्रिक एसिड की अभिक्रिया करके बनाया जाता है, जिसका गलनांक लगभग 170°C होता है
    • इस पदार्थ को एक ऑक्सीकरण अभिकर्मक के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। यह व्यावसायिक विस्फोटकों के निर्माण में उपयोग होने वाला एक प्रमुख घटक है।
    • इसे 'दोहरे उपयोग' वाले पदार्थ की श्रेणी में रखा गया है, यानी इसका एक ओर वैध औद्योगिक उपयोग है, जबकि दूसरी ओर इसका हथियार के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है।
  • अमोनियम नाइट्रेट का वैध उपयोग: उच्च पोषक तत्त्व सामग्री के कारण कृषि में इसका उपयोग व्यापक रूप से नाइट्रोजन उर्वरक के रूप में किया जाता है।
  • इसका उपयोग खदानों और उत्खनन परियोजनाओं में नियंत्रित विस्फोट के लिये किया जाता है तथा यह खनन-ग्रेड विस्फोटकों में प्रयुक्त विभिन्न इमल्शन और जैल का एक प्रमुख घटक भी है।
  • अमोनियम नाइट्रेट का शस्त्रीकरण: शुद्ध अमोनियम नाइट्रेट अपने आप में विस्फोटक नहीं है और इसे संयुक्त राष्ट्र के खतरनाक पदार्थों के वर्गीकरण के तहत ऑक्सीकारक के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
  • यह ईंधन तेल, पोटेशियम क्लोरेट, सल्फर या अन्य त्वरकों के साथ मिलाए जाने पर वाष्पशील में परिवर्तित हो जाता है। इस मिश्रण से ANFO (अमोनियम नाइट्रेट–फ्यूल ऑयल) का निर्माण होता है, जो  आमतौर पर उपयोग किया जाने वाला एक विस्फोटक है।
  • हालाँकि, ANFO में स्वयं विस्फोट नहीं हो सकता, इसे सक्रिय करने के लिये डेटोनेटर जैसे ट्रिगर की आवश्यकता होती है, जो आमतौर पर RDX या TNT जैसे प्राथमिक विस्फोटकों द्वारा संचालित होता है।
    • ANFO का उपयोग आतंकवादी समूहों द्वारा प्रायः इम्प्रोवाइज़्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IEDs) बनाने के लिये किया जाता है।
  • भारत में बड़े आतंकी हमलों में अमोनियम नाइट्रेट का बार-बार इस्तेमाल किया गया है, जिसमें वर्ष 2019 का पुलवामा हमला और वर्ष 2000 से 2011 के बीच मुंबई तथा दिल्ली में इंडियन मुज़ाहिदीन द्वारा किये गए कई हमले शामिल हैं।
  • विनियमन: सभी गतिविधियाँ (निर्माण, रूपांतरण, बैगिंग, आयात, निर्यात, परिवहन, कब्जा, बिक्री और उपयोग) अमोनियम नाइट्रेट नियम, 2012 के अंतर्गत शासित होती हैं।
    • आबादी वाले क्षेत्रों में अमोनियम नाइट्रेट की बड़ी मात्रा का भंडारण इन नियमों के तहत प्रतिबंधित है।
    • अमोनियम नाइट्रेट से जुड़ी किसी भी गतिविधि के लिये अमोनियम नाइट्रेट नियम, 2012 के तहत पेट्रोलियम तथा विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) द्वारा जारी एक पृथक् लाइसेंस आवश्यक होता है।
    • अमोनियम नाइट्रेट के निर्माण के लिये औद्योगिक विकास एवं विनियमन अधिनियम, 1951 के तहत औद्योगिक लाइसेंस अनिवार्य है।
    • 45% से अधिक अमोनियम नाइट्रेट (इमल्शन, सस्पेंशन, पिघले हुए या जैल स्वरूप सहित) वाला कोई भी मिश्रण कानूनी रूप से विस्फोटक अधिनियम, 1884 के अंतर्गत विस्फोटक की श्रेणी में आता है।
    • हालाँकि, यह प्रावधान उन उर्वरकों पर लागू नहीं होता जिनसे अमोनियम नाइट्रेट को किसी भी भौतिक या रासायनिक प्रक्रिया के माध्यम से पृथक् नहीं किया जा सकता।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

1. अमोनियम नाइट्रेट क्या है?
अमोनियम नाइट्रेट (NH₄NO₃) एक नाइट्रोजन-समृद्ध ऑक्सीकारक है जिसका उपयोग उर्वरक और नियंत्रित विस्फोट में किया जाता है, ईंधन तेल के साथ मिश्रित होने पर यह ANFO बनाता है, जो एक आमतौर पर हथियारबंद IED घटक है, जिससे यह एक उच्च जोखिम युक्त दोहरे उपयोग वाला रसायन बन जाता है।

2. भारत में अमोनियम नाइट्रेट को किन कानूनों  और एजेंसियों द्वारा विनियमित किया जाता है?
अमोनियम नाइट्रेट से जुड़ी गतिविधियों को अमोनियम नाइट्रेट नियम, 2012, विस्फोटक अधिनियम, 1884 के तहत विनियमित किया जाता है तथा इसके निर्माण के लिये औद्योगिक विकास एवं विनियमन अधिनियम, 1951 के तहत औद्योगिक लाइसेंस की भी आवश्यकता होती है।

3. अमोनियम नाइट्रेट मिश्रण को कानूनी तौर पर विस्फोटक कब माना जाता है?
45% से अधिक अमोनियम नाइट्रेट युक्त कोई भी मिश्रण (इमल्शन, जैल, मेल्ट, सस्पेंशन) विस्फोटक अधिनियम, 1884 के तहत कानूनी तौर पर विस्फोटक के रूप में वर्गीकृत किया जाता है, जिस पर सख्त नियंत्रण लागू होते हैं।