एलीगेटर गार फिश | 20 Jun 2023

कश्मीर की डल झील में पाई गई एक आक्रामक प्रजाति एलीगेटर गार फिश (एट्रैक्टोस्टियस स्पैटुला/Atractosteus spatula) ने चिंता बढ़ा दी है।

  • झील संरक्षण और प्रबंधन प्राधिकरण (Lake Conservation and Management Authority- LCMA) तथा मत्स्य विभाग द्वारा इसके आक्रमण की सीमा एवं संभावित प्रभाव को समझने हेतु सहयोग किया जा रहा है।

एलीगेटर गार फिश एवं इससे संबद्ध जोखिम: 

  • परिचय:  
    • यह एलीगेटर गार बॉलफिन प्रजाति से संबंधित है। यह रे-फिनेड यूरीहैलाइन मछली है (ऐसे जीव जल की विस्तृत शृंखला, जो लवणता में भिन्न हो, में अनुकूलित होने की क्षमता रखते हैं), यह उत्तरी अमेरिका में मीठे जल की सबसे बड़ी मछलियों में से एक है और "गार" परिवार की सबसे बड़ी प्रजाति है।
      • यह भारत के कुछ हिस्सों जैसे- भोपाल और केरल में पाई जाती है। 
    • ये काफी तेज़ी से बढ़ते हैं और इनका जीवन काल 20 से 30 वर्ष का होता है।
  • संरक्षण स्थिति: 
    • IUCN: कम चिंतनीय 
  • चिंताएँ:  
    • इस प्रजाति की मछलियाँ आठ फीट तक लंबी सकती हैं। यह स्वदेशी मछली प्रजातियों के लिये खतरनाक हो सकती है। सर्दियों के दौरान यह डल झील के ठंडे जल में भी खुद को जीवित रख सकती है क्योंकि ये ज़्यादातर 11-23 डिग्री सेल्सियस तापमान में रहती हैं
  • जैवविविधता अधिनियम,  2002:  
    • जैवविविधता अधिनियम, 2002 के अनुसार, प्राकृतिक मछली आबादी को नुकसान पहुँचाने वाली आक्रामक मछली प्रजातियों की उपस्थिति प्रतिबंधित है

डल झील:

  • यह केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में स्थित एक झील है।
  • यह विश्व की सबसे बड़ी प्राकृतिक झीलों में से एक है और जम्मू-कश्मीर की दूसरी सबसे बड़ी झील है।
  • यह कश्मीर में पर्यटन एवं मनोरंजन का अभिन्न अंग है तथा इसे "कश्मीर का मुकुट" या "श्रीनगर का गहना" नाम दिया गया है।
  • यह वाणिज्यिक मत्स्यन और जल संचयन संयंत्र गतिविधियों हेतु भी एक प्रमुख स्रोत है।
  • यह 18 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली है और तैरते हुए बगीचों (floating gardens) सहित एक प्राकृतिक आर्द्रभूमि का भाग है।
    • तैरते बगीचों (Floating Gardens) को कश्मीरी भाषा में "राड" (Raad) के रूप में जाना जाता है जिनमें जुलाई और अगस्त के दौरान कमल के फूल खिलते हैं।

स्रोत: डाउन टू अर्थ