वैश्विक सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन फोरम | 07 Mar 2024

स्रोत: डाउन टू अर्थ

कोलंबिया के कार्टाजेना डी इंडियास में पहले ग्लोबल सर्वाइकल कैंसर एलिमिनेशन फोरम (GCF) ने विश्व बैंक, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और यूनिसेफ से लगभग 600 मिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग हासिल की।

  • इस धनराशि का उपयोग सर्वाइकल कैंसर के टीकाकरण, जाँच और उपचार तक वैश्विक पहुँच बढ़ाने के लिये किया जाएगा।
  • फोरम का उद्देश्य सरकारों, दानदाताओं, नागरिक समाज और अन्य लोगों को सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन के लिये प्रेरित करना तथा वैश्विक समुदाय को प्रेरित करना है।
  • गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, एक प्रकार का कैंसर है जो गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में प्रारंभ होता है। गर्भाशय ग्रीवा, गर्भाशय (गर्भ) का निचला, संकीर्ण सिरा है। गर्भाशय ग्रीवा, गर्भाशय को योनि (जन्म नलिका) से जोड़ती है। यह लंबे समय तक चलने वाले (ह्यूमन पेपिलोमावायरस) HPV संक्रमण के कारण होता है, जो यौन संपर्क के माध्यम से प्रसारित होने वाला एक आम वायरस है।
    • सर्वाइकल कैंसर को वैश्विक स्तर पर महिलाओं में चौथा सबसे अधिक प्रचलित कैंसर माना जाता है।
    • रोकथाम और उन्मूलन के लिये उपलब्ध उपकरणों के बावजूद, यह वैश्विक स्तर पर हर 2 मिनट में एक महिला की जान ले लेता है, वर्ष 2022 में सर्वाइकल कैंसर से होने वाली 90% से अधिक मौतें निम्न तथा मध्यम आय वाले देशों में होंगी।
  • नवंबर 2020 में लॉन्च की गई सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन के लिये WHO की वैश्विक रणनीति, 2030 तक लक्ष्य:
    • 90% लड़कियों को 15 वर्ष की उम्र तक HPV के खिलाफ टीका लगाया गया।
    • 35 और 45 वर्ष की उम्र में 70% महिलाओं की उच्च-प्रदर्शन परीक्षण से जाँच की गई।
    • सर्वाइकल रोग से पीड़ित 90% महिलाओं को उपचार मिलता है।
  • भारत सरकार 9-14 वर्ष की लड़कियों के लिये ह्यूमन पेपिलोमावायरस के खिलाफ तीन चरण का टीकाकरण अभियान शुरू करने का इरादा रखती है, जिसका लक्ष्य सर्वाइकल कैंसर के खतरे को कम करना है।

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