वर्ल्ड टैलेंट रैंकिंग 2018 | 22 Nov 2018

IMD वर्ल्ड टैलेंट रैंकिंग (World Talent Ranking), 2018 हाल ही में जारी की गई है। कुल 63 देशों को दी गई इस रैंकिंग में भारत को 53वाँ स्थान मिला है। यह लगातार पाँचवीं बार है जब इस रैंकिंग में स्विट्ज़रलैंड (Switzerland) पहले और डेनमार्क (Denmark) दूसरे स्थान पर काबिज़ हैं। इनके बाद टॉप-5 में नॉर्वे, ऑस्ट्रिया और नीदरलैंड्स को जगह मिली है।

  • स्लोवाक गणराज्य 59वें, कोलंबिया 60वें, मेक्सिको 61वें, मंगोलिया 62वें और वेनेज़ुएला 63वें स्थान पर रैंकिंग में अंतिम पाँच देशों में शामिल हैं।
  • एशिया का कोई भी देश टॉप-10 में जगह नहीं बना पाया। एशियाई देशों में सबसे अच्छा प्रदर्शन सिंगापुर का रहा, जिसे 13वाँ रैंक मिला। टैलेंट विकसित करने, उसे आकर्षित करने और बनाए रखने में बेहतर प्रदर्शन करने की वज़ह से सिंगापुर को यह स्थान मिला है।
  • ब्रिक्स देशों की बात करें तो कुशल विदेशी श्रमिकों को आकर्षित करने में आने वाली कठिनाइयों तथा अन्य विकसित अर्थव्यवस्थाओं के औसत की तुलना में शिक्षा पर सार्वजनिक खर्च कम रहने की वज़ह से चीन को 39वाँ रैंक दिया गया है। ब्राज़ील 58वें, दक्षिण अफ्रीका 50वें और रूस 46वें स्थान पर है। 

भारत में टैलेंट की स्थिति

जहाँ तक भारत की बात है तो 53वाँ स्थान हासिल कर वह 2017 की तुलना में दो पायदान नीचे उतरा है। भारत का प्रदर्शन Readiness की गुणवत्ता के मामले में औसत से बेहतर है और इसमें उसे 30वाँ स्थान मिला है। लेकिन अपनी शैक्षणिक प्रणाली की गुणवत्ता तथा सार्वजनिक शिक्षा के क्षेत्र में निवेश की कमी के चलते ‘निवेश और विकास’ के पैरामीटर पर भारत को 63वें स्थान पर रखा गया है।

IMD बिज़नेस स्कूल, स्विट्ज़रलैंड द्वारा जारी यह रैंकिंग तीन संकेतकों पर आधारित है। इनमें निवेश (Investment), अपील (Appeal) और तैयारी (Readiness) शामिल हैं। इन संकेतकों में स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ावा देने, प्रतिभाओं को आकर्षित करने के तरीकों और इसे बनाए रखने में किया गया निवेश भी शामिल है। इस वर्ष रैंकिंग को तैयार करने में 63 देशों में 6,000 से अधिक एग्जीक्यूटिव्स से इनपुट लिये गए थे।

स्रोत: IMD वेबसाइट तथा अन्य