ब्रिटेन द्वारा यूरोपीय संघ से पृथक होने की घोषणा : ब्रेक्सिट | 03 Feb 2017

पृष्ठभूमि

2 फरवरी, 2017 को ब्रिटेन द्वारा सभी समझौतों के संबंध में एक दस्तावेज़ जारी किया है| इस दस्तावेज़ के अंतर्गत ब्रिटिश सरकार द्वारा एक आपसी लाभप्रद समझौते (mutually beneficial deal) के तहत यूरोपीय संघ के 28 राष्ट्रों से पृथक होने की एक नीति का अनावरण किया गया है, जिसमें ब्रेक्सिट के पश्चात् ब्रिटेन द्वारा लक्षित महत्त्वपूर्ण देशों की सूची में भारत के साथ अपने मज़बूत व्यापारिक संबंध बनाने का भी उल्लेख किया गया है|

प्रमुख बिंदु 

  • सरकार निरसन विधेयक से पूर्व अन्य श्वेत-पत्र को प्रकाशित करेगी जिससे ब्रिटेन कि नियमों को तोड़ने की मानसिकता का पता चलेगा जिनके अनुसार ब्रिटेन ब्रेक्सिट के पक्ष में जून 2016 के जनमत संग्रह के पश्चात् शासन कर रहा था|
  • ब्रिटेन ने भविष्य के व्यापार संबंधों के विषय में ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड और भारत जैसे देशों के साथ विचार-विमर्श करना भी आरम्भ कर दिया है|
  • यह विभाग वृहत विश्व के साथ ब्रिटेन के व्यापारिक संबंधों को मज़बूती प्रदान करने और निवेश संबंधों के लक्ष्य को नेतृत्व प्रदान करेगा|
  • अनेक देशों (जिनमें चीन, ब्राज़ील और खाड़ी देश शामिल हैं) ने पहले ही ब्रिटेन के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को आगे बढ़ाने की दिशा  में अपने हितों को प्रदर्शित किया है|
  • यूरोपीय संघ के तकरीबन 3 मिलियन लोग यह जानने की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि क्या वर्ष 2016 के जून माह के जनमत संग्रह का अनुसरण करते हुए यूरोपीय संघ के अन्य सदस्य राष्ट्रों में रह रहे दो मिलियन ब्रिटिश नागरिकों के साथ-साथ वे भी यूरोपीय संघ में रहेंगे?
  • यह श्वेत-पत्र प्रभावी तरीके से विवरणात्मक रूप में ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे के बारह सिद्धांतों का उल्लेख करता है जिसमें प्रवास पर नियंत्रण और पिछले माह के एक बड़े भाषण में अनावृत किये गए हमारे स्वयं के कानूनों पर नियंत्रण रखना भी शामिल है| 
  • यह इस बात की पुष्टि करता है कि अंतिम ब्रेक्सिट डील को पुष्टि के लिये संसद के समक्ष रखा जाएगा और ब्रिटेन सार्वजनिक एकल बाज़ार से बाहर होने के पश्चात यूरोपीय संघ के साथ एक नए शुल्क मुक्त व्यापार समझौते को भी आगे बढ़ाएगा| 
  • इस दस्तावेज में यह कहा गया कि यूरोपीय संघ को छोड़ने के पश्चात हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम विश्व के चारों-ओर अपने उत्तम व्यापार समझौते पर बातचीत करने के अवसरों का लाभ उठा सकते हैं|

श्वेत पत्र के लिये थेरेसा मे के प्राक्कथन उनके 17 जनवरी को लैंकस्टर हाउस में दिये गए भाषणों के उद्धरणों से बने होंगे जिसमें उन्होंने कहा था कि यूरोप के साथ एक नई और मज़बूत, न्यायपूर्ण वैश्विक साझेदारी करके ब्रिटेन हमारे समय की विरासत है| यह वह पुरस्कार है जिसकी दिशा में हम कार्य करते हैं| इसके अतिरिक्त, यह वह लक्ष्य है जिस तक हम बातचीत के माध्यम से ही पहुँच सकते हैं|