71वें गणतंत्र दिवस की झाँकियाँ | 06 Jan 2020

प्रीलिम्स के लिये:

विभिन्न राज्यों द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रस्तुत की जाने वाली झाँकियाँ

मेन्स के लिये:

गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रस्तुत की जाने वाली झाँकियों की विषय-वस्तु

चर्चा में क्यों?

हाल ही में केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर झाँकियाँ प्रस्तुत करने वाले विभिन्न राज्यों तथा विभागों की सूची जारी की है।

मुख्य बिंदु:

  • गणतंत्र दिवस परेड के दौरान वर्ष 2020 में 22 झाँकियाँ प्रस्तुत की जाएंगी।
  • इस वर्ष सरकार ने कुल 56 आवेदनों में से (32 राज्यों और केंद्रशासित, 24 विभागों) में से 22 आवेदनों (15 राज्यों, 1 केंद्रशासित प्रदेश और 6 सरकारी विभागों) का चयन किया है।

किन राज्यों को मिला है मौका:

  • वर्ष 2020 के गणतंत्र दिवस समारोह में झाँकियों के प्रस्तुतीकरण के लिये आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मेघालय, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश राज्य के साथ नवनिर्मित जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश के आवेदन को स्वीकार किया गया है।
  • वर्ष 2019 में भी 16 राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा झाँकियाँ प्रस्तुत की गई थीं।

किन सरकारी विभागों द्वारा प्रस्तुत की जाएंगी झाँकियाँ:

  • सरकारी विभागों में ‘उद्योग संवर्द्धन और आंतरिक व्यापार विभाग’ (Department of Promotion of Industry and Internal Trade), पेयजल और स्वच्छता विभाग (Department of Drinking Water and Sanitation), वित्तीय सेवाएँ विभाग (Department of Financial Services), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (National Disaster Response Force-NDRF), केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (Central Public Works Department) एवं जहाज़रानी मंत्रालय द्वारा वर्ष 2020 के गणतंत्र दिवस के अवसर पर झाँकियाँ प्रस्तुत की जाएंगी।

झाँकियों के चयन की प्रक्रिया:

  • गणतंत्र दिवस परेड के लिये झाँकियों की चयन प्रक्रिया रक्षा मंत्रालय द्वारा पूर्ण की जाती है।
  • सर्वप्रथम रक्षा मंत्रालय कला के विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट लोगों की एक विशेषज्ञ समिति का गठन करता है ताकि विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रस्तावों का संक्षिप्तीकरण किया जा सके।
  • इस विशेषज्ञ समिति में कला, संस्कृति, चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, वास्तुकला, नृत्यकला आदि क्षेत्रों के प्रमुख व्यक्ति शामिल होते हैं।
  • विभिन्न राज्यों और संगठनों द्वारा झाँकियों से संबंधित प्रस्ताव प्राप्त होने के बाद विशेषज्ञ समिति की बैठकों में उनका निरंतर मूल्यांकन किया जाता है।
  • पहले चरण में प्रस्तावों के प्रारूप तथा रुप-रेखा की जाँच की जाती है और इसमें संशोधन करने के लिये सुझाव दिये जाते हैं।
  • जब समिति द्वारा रूपरेखा को मंज़ूरी दे दी जाती है, तो प्रतिभागियों को अपने प्रस्तावों के 3-डी मॉडल प्रस्तुत करने के लिये कहा जाता है। इसका अर्थ यह नहीं है कि झाँकी का चयन हो चुका है।
  • अंतिम चयन के लिये विशेषज्ञ समिति द्वारा संबंधित प्रस्तावों के 3-D मॉडल का मूल्यांकन किया जाता है।
  • किसी भी राज्य या संगठन को केवल एक ही झाँकी प्रस्तुत करने की स्वीकृति मिलती है।

क्या हैं झाँकियों से संबंधित दिशा-निर्देश:

  • राज्यों या केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली झाँकियों पर राज्य/केंद्रशासित प्रदेश के नाम के अतिरिक्त अन्य किसी भी लोगो को प्रयोग नहीं किया जाना चाहिये।
  • झाँकियों पर नाम लिखे जाने का भी निम्नलिखित स्वरूप तय किया गया है-
    • सामने की ओर हिंदी में
    • पीछे की तरफ अंग्रेज़ी में
    • किनारों की तरफ क्षेत्रीय भाषा में
  • मंत्रालयों और अन्य एजेंसियों के मामले में विभाग का नाम आगे हिंदी में और पीछे अंग्रेज़ी में लिखना होता है।
  • प्रस्तुत की जाने वाली झाँकी के अनुयान (Trailer) पर कलाकारों की संख्या 10 से अधिक नहीं होनी चाहिये।
  • झाँकी पर या उसके साथ प्रदर्शन करने वाले कलाकार संबंधित राज्य/केंद्रशासित प्रदेश से ही होने चाहिये।

ध्यातव्य है कि वर्ष 2020 के गणतंत्र दिवस समारोह के लिये ब्राज़ील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो (Jair Bolsonaro) मुख्य अतिथि की भूमिका में होंगे।

स्रोत- इंडियन एक्सप्रेस