स्वर्ण जयंती फैलोशिप योजना | 13 Nov 2020

प्रिलिम्स के लिये:

स्वर्ण जयंती फैलोशिप योजना, रामानुजन फैलोशिप, वज्र योजना

मेन्स के लिये:

स्वर्ण जयंती फैलोशिप योजना

चर्चा में क्यों?

हाल ही 21 वैज्ञानिकों का चयन 'स्वर्ण जयंती फैलोशिप' (Swarna Jayanti fellowship) के लिये किया गया है।

प्रमुख बिंदु:

  • 'स्वर्ण जयंती फैलोशिप योजना' का उद्देश्य 'विज्ञान और प्रौद्योगिकी' के प्रमुख क्षेत्रों में बुनियादी अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिये वैज्ञानिकों को विशेष सहायता प्रदान करना है। 
  • 'स्वर्ण जयंती फैलोशिप योजना' को सरकार द्वारा भारत की स्वतंत्रता के 50वें वर्ष के उपलक्ष्य में शुरू किया गया था।  

योजना संबंधी प्रावधान:

  • योजना के तहत चयनित वैज्ञानिकों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा 25,000 रुपए प्रतिमाह की फैलोशिप 5 वर्ष तक प्रदान की जाती है। 
  • फैलोशिप के अलावा योजना के तहत उपकरणों, कम्प्यूटेशनल सुविधाओं, उपभोग्य सामग्रियों, आकस्मिकताओं, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं तथा अन्य विशेष आवश्यकताओं के लिये अनुदान भी मेरिट के आधार पर प्रदान किया जाता है। 
  • इसके तहत 5 वर्षों के लिये 5 लाख रुपए का अनुसंधान अनुदान भी प्रदान किया जाता है। फैलोशिप उनके मूल संस्थान से मिलने वाले वेतन के अतिरिक्त प्रदान की जाती है।
  • फैलोशिप के लिये चुने गए वैज्ञानिकों को अनुसंधान योजना में अनुमोदित व्यय के संदर्भ में स्वतंत्रता और लचीलेपन के साथ शोध को आगे बढ़ाने की अनुमति है।

अन्य प्रमुख अनुसंधान प्रोत्साहन योजनाएँ:

वज्र  (Visiting Advanced Joint Research-VAJRA) योजना:

  • यह योजना अनिवासी भारतीयों (NRIs) और विदेशी भारतीय नागरिकों (OCIs) सहित विदेशी वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों को भारत के सार्वजनिक वित्तपोषित संस्थानों और विश्वविद्यालयों में एक विशिष्ट अवधि तक काम करने के लिये  प्रोत्साहित करने हेतु प्रारंभ की गई है।

रामानुजन फैलोशिप (Ramanujan Fellowship):

  • यह अध्येतावृत्ति विदेशों में रह रहे क्षमतावान भारतीय शोधकर्त्ताओं को भारतीय संस्थानों/विश्वविद्यालयों में काम करने के लिये विज्ञान, इंजीनियरिंग और चिकित्सा के सभी क्षेत्रों में आकर्षक विकल्प‍ और अवसर प्रदान करती है।

रामालिंगस्वामी पुनः प्रवेश अध्येतावृत्ति/ फैलोशिप:

  • यह योजना देश के बाहर काम कर रहे भारतीय मूल के वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करने के लिये निर्मित की गई है।

वरिष्ठ अनुसंधान एसोसिएटशिप (SRA)/(वैज्ञानिक पूल योजना):  

  • यह योजना मुख्य रूप से विदेशों से भारत लौट रहे उच्च योग्यता वाले उन भारतीय वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, प्रौद्योगिकीविदों और चिकित्सा कार्मिकों को अस्थायी प्लेसमेंट प्रदान करने के उद्देश्य से निर्मित की गई है।

स्रोत: पीआईबी