राज्यों की स्टार्ट-अप रैंकिंग 2018 | 21 Dec 2018

संदर्भ


औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (Department of Industrial Policy and Promotion-DIPP) ने राज्यों की स्टार्ट-अप रैंकिंग 2018 के परिणाम घोषित किये। यह अपने तरह की पहली रैंकिंग है। DIPP ने इसकी कार्यविधि जनवरी 2016 से शुरू कर दी थी।

उद्देश्य

  • इसका उद्देश्य देश में उभरते उद्यमियों को प्रोत्साहन देना है। योजना के तहत कर और पूंजीगत लाभ कर की छूट दी जा रही है।

प्रमुख बिंदु

  • स्टार्ट-अप नीति नेतृत्व, नवाचार, नवाचार प्रगति, संचार, पूर्वोत्तर नेतृत्व, पर्वतीय राज्य नेतृत्व इत्यादि विभिन्न श्रेणियों में राज्यों का आकलन किया गया।
  • इन श्रेणियों में किये जाने वाले प्रदर्शन के आधार पर राज्यों को शानदार प्रदर्शन, बेहतरीन प्रदर्शन, मार्गदर्शक, आकांक्षी मार्गदर्शक, उभरते हुए राज्य और आरंभकर्त्ता के रूप में पहचान की गई है –

♦ शानदार प्रदर्शन - गुजरात
♦ बेहतरीन प्रदर्शन - कर्नाटक, केरल, ओडिशा और राजस्थान
♦ मार्गदर्शक - आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और तेलंगाना
♦ आकांक्षी मार्गदर्शक - हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश, और पश्चिम बंगाल
♦ उभरते हुए राज्य - असम, दिल्ली, गोवा, जम्मू & कश्मीर, महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु और उत्तराखंड
♦ आरंभकर्त्ता - चंडीगढ़, मणिपुर, मिज़ोरम, नगालैंड, पुदुच्चेरी, सिक्किम और त्रिपुरा

  • राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 51 अधिकारियों को ‘चैंपियन’ के रूप में चुना गया, जिन्होंने अपने राज्यों की स्टार्ट-अप इको प्रणाली के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।
  • इस पूरी प्रक्रिया में 27 राज्यों और तीन केंद्रशासित प्रदेशों ने हिस्सा लिया।
  • मूल्यांकन समिति में स्टार्ट-अप इको प्रणाली से संबंधित स्वतंत्र विशेषज्ञों को रखा गया था, जिन्होंने विभिन्न मानकों के आधार पर सभी राज्यों का मूल्यांकन किया।
  • रोजगार सृजन के लिए स्टार्ट-अप देश में बहुत अहमियत रखते हैं क्योंकि ये नए विचारों से लैस होते हैं और ये देश की सामाजिक, कृषि और सेवा क्षेत्र की समस्याएँ हल करने में सक्षम होते हैं।

स्रोत- पीआईबी (PIB)