SCO ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी | 02 Dec 2020

चर्चा में क्यों?

हाल ही में भारत के उप-राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से साझी बौद्ध विरासत पर पहली SCO ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी की शुरुआत की है।

  • इस अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन प्रदर्शनी की शुरुआत शंघाई सहयोग संगठन के शासनाध्यक्षों की परिषद की 19वीं बैठक के दौरान की गई है।
    • बैठक के दौरान भारत ने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि सीमा पार आतंकवाद भारत समेत शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के अन्य सदस्य देशों के लिये बड़ी चुनौती है।

प्रमुख बिंदु

  • अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन प्रदर्शनी
    • साझी बौद्ध विरासत पर अपनी तरह की इस पहली अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन प्रदर्शनी का आयोजन नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय द्वारा अन्य SCO देशों के सक्रिय सहयोग से किया गया है।
    • भागीदार: इस अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन प्रदर्शनी में भारत के अलावा कज़ाखस्तान, चीन, किर्गिज गणराज्य, पाकिस्तान, रूस और ताजिकिस्तान के संग्रहालय भी हिस्सा लेंगे।
  • महत्त्व
    • बौद्ध दर्शन से जुड़ाव: मध्य एशिया में प्रचलित बौद्ध दर्शन और कला SCO  देशों को एक-दूसरे से जोड़ती है, साथ ही यह ऑनलाइन प्रदर्शनी आगंतुकों को एक ही मंच पर SCO के सदस्य देशों में प्राप्त बौद्ध कला पुरावशेषों तक पहुँच प्रदान करने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रस्तुत करती है।

    • विभिन्न बौद्ध कला शैलियों के विषय में जानकारी: आगंतुक 3डी वर्चुअल प्रारूप में गांधार और मथुरा कला शैलियों, नालंदा, अमरावती, सारनाथ आदि से प्राप्त बहुमूल्य भारतीय बौद्ध निधि के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
    • कलात्मक समृद्धता और उत्कृष्टता: यह अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी संपूर्ण एशिया के विभिन्न संग्रहालयों में प्रदर्शित कलात्मक समृद्धता की एक झलक प्रदान करती है और एक विशिष्ट ऐतिहासिक कलात्मक उत्कृष्टता का भी प्रतिनिधित्त्व करती है।
  • विशेषता
    • इस ऑनलाइन प्रदर्शनी में पाकिस्तान के संग्रहालयों द्वारा सिद्धार्थ के उपवास और सीकरी से बुद्ध के पदचिह्न और सहरी बहलोई से ध्यानमग्न बुद्ध समेत प्रभावशाली गांधार कला की वस्तुओं के संग्रह के माध्यम से गौतम बुद्ध के जीवन और बौद्ध कला को दर्शाया गया है।
    • स्टेट ओरिएंटल आर्ट म्यूज़ियम, मॉस्को द्वारा रूस की बौद्ध बरियात कला को प्रतिरूपों, रीति-रिवाजों, मठों की परंपराओं आदि के माध्यम से दर्शाया गया है।
    • डुन हुआंग एकेडमी ऑफ चाइना ने डुन हुआंग की बौद्ध कला से जुड़ी एक समृद्ध प्रदर्शनी प्रस्तुत की है, जिसमें सरल स्थापत्य, दीप्त भित्ति चित्र, सजावटी डिज़ाइन, वेशभूषा आदि शामिल हैं।
  • आतंकवाद पर भारत की स्थिति
    • भारत ने बैठक के दौरान आतंकवाद का मुद्दा उठाया और इसका उल्लेख मानवता के शत्रु के रूप में किया। भारत ने मुख्य तौर पर राज्य प्रायोजित आतंकवाद और सीमा पार आतंकवाद पर चिंता ज़ाहिर की।
    • भारत, ब्रिक्स देशों की आतंकवाद-रोधी रणनीति का समर्थन करता है।
    • बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली समिति (निरस्त्रीकरण और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा समिति) ने सर्वसम्मति से आतंकवादरोधी मुद्दे पर भारत के वार्षिक प्रस्ताव को अपनाया था।
  • भारत ने आतंकवाद को राज्य नीति के एक साधन के रूप में उपयोग करने हेतु पाकिस्तान की आलोचना की और शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों से सामूहिक रूप से इस चुनौती से निपटने का आह्वान किया।

शंघाई सहयोग संगठन (SCO)

  • SCO वर्ष 2001 में स्थापित एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन तथा एक यूरेशियाई राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा संगठन है, जिसका उद्देश्य संबंधित क्षेत्र में शांति, सुरक्षा व स्थिरता को बनाए रखना है।
  • एशिया-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ती केंद्रीयता के कारण SCO को व्यापक रूप से ‘पूर्व का गठबंधन’ (Alliance of the East) माना जाता है और यह इस क्षेत्र के प्राथमिक सुरक्षा स्तंभ के रूप में कार्य करता है।
  • भौगोलिक कवरेज और आबादी के मामले में यह विश्व का सबसे बड़ा क्षेत्रीय संगठन है, जो यूरेशिया महाद्वीप के 3/5 भाग और मानव आबादी के लगभग आधे हिस्से को कवर करता है।
  • रूसी और चीनी SCO की आधिकारिक भाषाएँ हैं।
  • सदस्य देश: वर्तमान में इसके सदस्य देश हैं- कज़ाखस्तान, चीन, किर्गिज़स्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज़्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान।
  • पर्यवेक्षक देश: अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया।
  • वार्ता साझेदार देश: अज़रबैजान, आर्मेनिया, कंबोडिया, नेपाल, तुर्की और श्रीलंका।

स्रोत: पी.आई.बी