विकसित देशों में टीकाकरण के प्रति कम विश्वसनीयता | 20 Jun 2019

चर्चा में क्यों?

हाल ही में किये गए एक नए अध्ययन में पाया गया कि संपन्न और अधिक विकसित राष्ट्र विकासशील देशों की तुलना में टीकाकरण (Vaccination) पर कम भरोसा करते हैं। यह अध्ययन Wellcome तथा Gallup द्वारा किया गया है।

प्रमुख बिंदु

  • सर्वेक्षण के अनुसार, यूरोप के लोग टीकाकरण में सबसे कम भरोसा करते है।
  • संपन्न देशों में रहने वाले नागरिकों को टीकों में सबसे कम विश्वास है जिसके परिणामस्वरुप टीकाकरण विरोधी आंदोलन प्रारंभ हो गए हैं। इन देशों में रहने वाले लोग टीकाकरण के लाभों पर विश्वास करने से इनकार करते हैं तथा यह दावा करते हैं कि टीकाकरण उपचार खतरनाक व जानलेवा है
  • फ्राँस के नागरिकों में टीकाकरण पर विश्वसनीयता का स्तर निम्नतम स्तर पर है, क्योंकि यहाँ के एक तिहाई (33%) लोग इस बात से सहमत नहीं हैं कि टीकाकरण सुरक्षित है।
  • वैश्विक स्तर पर 79% लोग इस बात से सहमत थे कि टीके सुरक्षित हैं जबकि 84% लोगों का मानना है कि प्रभावी टीकाकरण प्रभावी रूप से कार्य करता है।
  • बांग्लादेश और रवांडा में टीकों में विश्वसनीयता उच्चतम स्तर पर थी, इन दोनों देशों में लगभग 100% नागरिक इस बात से सहमत थे कि टीके बच्चों के लिये सुरक्षित एवं प्रभावी हैं।
  • टीकों में कम विश्वास से अमेरिका, फिलीपींस और यूक्रेन जैसे देशों खसरा रोग स्वास्थ्य से जुड़े जोखिमों में से एक है।
  • अप्रैल, 2019 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2010 से 2017 के बीच खसरे के टीके की पहली खुराक से लगभग 169 मिलियन बच्चे छूट गए थे।

स्रोत: द हिंदू बिज़नेस लाइन